भ्रष्टाचारी, दुराचारियों व माफियाओं का अड्डा बनी भाजपाः मथुरादत्त जोशी -Newsnetra
आज पूरे देश के भ्रष्टाचारी, बलात्कारी और माफिया भाजपा रूपी गंगा में डुबकी लगाने को आतुर
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी भ्रष्टाचारी, व्यभ्यचारी, दुराचारी, बलात्कारी तथा माफियाओं का अड्डा बन चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व भाजपा ने महिलाओं के सुहाग की निशानी मंगलसूत्र को अपनी ओछी और तुच्छ राजनीति में शामिल कर लिया है जिसके लिए भारतीय नारी नरेन्द्र मोदी और भाजपा को कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आज पूरे देश के भ्रष्टाचारी, बलात्कारी और माफिया भाजपा रूपी गंगा में डुबकी लगाने को आतुर हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी विद डिफरेंस का मुखौटा ओढ़ने वाली भाजपा की आज की दिशा और दशा देखकर दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेयी की आत्मा दुःखी होती होगी कि किस भाजपा के लिए उन्होंने अपना सारा जीवन लगा दिया। इस अवसर पर मथुरादत्त जोशी ने कहा कि पिछले पांच साल में देश के सारे बडे भ्रष्टाचारी, खनन माफिया, भू माफिया, महिला दुराचार के आरोपी भाजपा में शामिल हो चुके हैं तथा आज भाजपा उनका अड्डा बन चकी है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने केंद्रीय सत्ता का दुरुपयोग कर जिस किसी भी माफिया, भ्रष्टाचारियों के पीछे ईडी सीबीआई और आइटी लगाई आज वे भाजपा रूपी गंगा में डुबकी लगा कर अपने को पाप मुक्त कर रहे हैं और भाजपा के बड़बोले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनावी सभाओं में ईमानदारी का ढपोर शंख बजा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं पर महिलाओं के साथ अनाचार का आरोप लगा है चाहे कुलदीप सेंगर हो, चाहे कुलभूषण शरण सिंह, चाहे विनोद आर्य और अन्य सभी भाजपा के कुनबे में हैं और जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं वह भाजपा में शामिल होकर अपना दामन साफ करने में लगे हुए हैं। एक अन्य बयान जारी करते हुए मथुरादत्त जोशी ने कहा कि हिन्दू धर्म में मंगलसूत्र को नारी के सुहाग का प्रतीक माना जाता है परन्तु वह नरेन्द्र मोदी भारतीय नारी के मंगलसूत्र का भी अपमान कर रहे हैं जिन्होंने अपनी पत्नी के मंगलसूत्र का कभी भी मान नहीं रखा तथा सात फेरे लेने के बावजूद उन्हें पत्नी का दर्जा नहीं दिया।