Chardham Yatra में Failure के बाद जागी धामी सरकार, लिया ये बड़ा फैसला-Newsnetra
भारतीय सभ्यता में यात्रा का महत्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से, यात्रा अपने अलग ही महत्व और मायने रखती है। भारत में चारधाम यात्रा एक ऐसा महत्वपूर्ण धार्मिक पर्यटन स्थल है जो हजारों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसलिए, सुनिश्चित करना कि यह यात्रा सुरक्षित और सुगम हो, सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है।
चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं की पोल खुलने के बाद अब सरकार जाग रही है। लोकसभा चुनाव के चलते इस बार चारधाम यात्रा को लेकर उस तरह की तैयारी नजर नहीं आई, जैसी होनी चाहिए थी। जबकि सरकार को इसके संकेत पहले ही मिल चुके थे। सरकार लगातार सुगम और सुरक्षित यात्रा के दावे करती रही। लेकिन, यात्रा मार्गों से जिस तरह क तस्वीरें सामने आई। उन तस्वीरों ने तैयारियों की पोल खोल कर रख दी। किरकिरी के बाद अब सरकार जागने लगी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के संचालन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद अधिकारियों की बैठक हुई।
यह पहले भी हो सकता था। लेकिन, तब अधिकारी चारधाम यात्रा को लेकर इतने तत्पर नजर नहीं आए। आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में आज प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आरके सुधांशु, सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पांडेय, डीजीपी अभिनव कुमार व उनकी मौजूदगी में एक बैठक आयोजित हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि जनपद चमोली, रुद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी में चारधाम यात्रा के दृष्टिगत यहां पर एक-एक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी। इनकी तैनाती के आदेश भी गढ़वाल आयुक्त के स्तर से जारी कर दिए गए हैं। इनको जिलाधिकारी अपने अनुसार कार्य का आवंटन करेंगे।
सचिव पर्यटन ने बताया कि चारधाम पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह भी निर्णय लिया गया है कि बुधवार और बृहस्पतिवार को यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं किये जायेंगे। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि बैठक में प्रत्येक जनपद में सौ-सौ अतिरिक होम गार्ड भी दिए जाएंगे एवं उत्तरकाशी में एक अतिरिक्त पुलिस क्षेत्राधिकारी की तैनाती भी की जाएगी।