Uttarakhand News: मौत के मुंह से बचाने वालों को आज भी नहीं भूले Rishab Pant, सम्मानित कर दिया तोहफा- Newsnetra
ऋषभ पंत: दरियादिली की मिसाल और प्रेरणा का प्रतीक
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी और आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी बन चुके उत्तराखंड के ऋषभ पंत ने एक बार फिर अपनी दरियादिली से सबका दिल जीत लिया है। अपनी जबरदस्त खेल प्रतिभा के साथ-साथ वह अपने नेक कामों के लिए भी जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने उन युवकों को सरप्राइज़ गिफ्ट दिया, जिन्होंने उनके जीवन को बचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
दो साल पहले हुआ था बड़ा हादसा
30 दिसंबर 2022 की वह तारीख ऋषभ पंत के जीवन में एक नया मोड़ लेकर आई थी। दिल्ली से रुड़की जा रहे पंत की मर्सिडीज कार दिल्ली-देहरादून हाईवे पर नारसन पुलिस पोस्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसा इतना भीषण था कि कार बुरी तरह जल गई थी। लेकिन किस्मत से, आसपास मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत मदद का हाथ बढ़ाया। पुरकाजी गांव के रजत और निशु ने हिम्मत दिखाते हुए पंत को समय पर अस्पताल पहुंचाया और उनकी जान बचाई।
हादसे के बाद संघर्ष और वापसी
इस हादसे के बाद ऋषभ पंत लगभग डेढ़ साल तक क्रिकेट मैदान से दूर रहे। इस दौरान उन्होंने शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को फिट करने के लिए कड़ी मेहनत की। जब वह मैदान में लौटे, तो ऐसा लगा जैसे उन्होंने कभी मैदान छोड़ा ही नहीं था। उनकी जबरदस्त वापसी ने न केवल उनके प्रशंसकों बल्कि सभी युवाओं को यह संदेश दिया कि कठिनाइयों के बाद भी हौसला बनाए रखने से सब कुछ संभव है।
संकटमोचकों को खास तोहफा
हादसे के दो साल पूरे होने पर ऋषभ पंत ने रजत और निशु को उनके साहस और दरियादिली के लिए सम्मानित किया। उन्होंने इन दोनों युवकों को स्कूटी गिफ्ट के तौर पर भेजी। रजत के अनुसार, ऋषभ के मैनेजर ने फोन कर उन्हें इस तोहफे की जानकारी दी। अगले ही दिन स्कूटी उनके घर पहुंच गई। इस घटना से न केवल रजत और निशु बल्कि पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई।
प्रेरणा का स्रोत बने ऋषभ पंत
ऋषभ पंत न केवल अपने खेल से बल्कि अपनी इंसानियत और संघर्ष से भी लोगों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। सड़क हादसे जैसी कठिन परिस्थितियों का सामना करने के बाद उन्होंने दिखा दिया कि सच्ची ताकत मुश्किल समय में अपने आप को उठाने में है। साथ ही, अपने मददगारों को सम्मानित कर उन्होंने यह संदेश दिया कि इंसानियत की कद्र करना सबसे बड़ा गुण है। ऋषभ पंत की यह कहानी हर किसी को यह सीख देती है कि जीवन में चाहे जितनी भी मुश्किलें आएं, उन्हें पार करके आगे बढ़ने की हिम्मत और दूसरों की मदद करने का जज्बा कभी नहीं छोड़ना चाहिए।