उत्तराखंड: ‘आई लव मोहम्मद’ बवाल के बाद सख़्ती, बिजली विभाग ने काटे कनेक्शन
उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर ज़िले के काशीपुर में बिना अनुमति निकाले गए ‘आई लव मोहम्मद’ जुलूस के दौरान हुई हिंसा और तोड़फोड़ की घटना के बाद प्रशासन लगातार सख़्त कार्रवाई कर रहा है। पुलिस पर हमले और सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ के मामले में मुख्य आरोपी सहित 7 लोगों की गिरफ्तारी के बाद अब नगर निगम और बिजली विभाग दोनों ही ऐक्शन मोड में हैं।


अवैध कब्ज़ों पर बुलडोज़र अभियान
सोमवार को नगर निगम की टीम ने काशीपुर के अलीख़ां क्षेत्र में अवैध निर्माणों और कब्ज़ों के ख़िलाफ़ बुलडोज़र चलाया। प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल व्यवस्था बनाए रखने के लिए थी बल्कि भविष्य में अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए एक संदेश भी है।
बिजली विभाग की सख़्त कार्रवाई
मंगलवार को बिजली विभाग ने अलीख़ां मोहल्ले में बिजली चोरी के ख़िलाफ़ अभियान चलाया। विभाग की टीम ने अवैध कनेक्शन काटते हुए कई घरों से पुराने मीटर हटाए और नए स्मार्ट मीटर लगाए। कार्रवाई के दौरान बिजली चोरी करने वालों के तार काटे गए और केबल ज़ब्त कर लिए गए।
एक दिन पहले भी विभाग ने बिजली बिल के बकाया वसूली को लेकर छह घरों के कनेक्शन काटे थे। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई केवल बिजली चोरी और बकाया वसूली से संबंधित है, ताकि क़ानून व्यवस्था और विभागीय नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
क्षेत्र में निषेधाज्ञा और सुरक्षा प्रबंध
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए काशीपुर के चुंगी तिराहा बांसफोड़ान से किला तिराहा, करबला और विजय नगर क्षेत्रों में धारा 163 और धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। एसडीएम अभय प्रताप सिंह के आदेशानुसार, बिना अनुमति सभा, जुलूस या रैली पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। यह आदेश हर रोज़ शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक प्रभावी रहेगा।
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि इस दौरान हथियार या विस्फोटक पदार्थ मिलने पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार गश्त कर रहे हैं ताकि क्षेत्र में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।
सख़्ती से संदेश
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह कदम कानून और नियमों के पालन के लिए आवश्यक हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों या भड़काऊ कार्यों से दूर रहें। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई केवल बिजली चोरी, अवैध निर्माण और सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा के मद्देनज़र की जा रही है।
इस घटना ने काशीपुर ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड में चर्चा छेड़ दी है। प्रशासन के त्वरित कदमों ने साफ़ कर दिया है कि बिना अनुमति के किसी भी प्रकार की रैली, जुलूस या अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।