न्यूज नेत्रा, मीडिया हाउस
उत्तराखंड राज्य गठन आंदोलन के गर्भ से निकली पार्टी उत्तराखंड क्रांति अपने खोये विश्वास को वापस लाने की तैयारी कर रही है। यही वजह है कि पार्टी में एक बार फिर करंट दौड़ा है। विश्वास जताने व पार्टी का जनाधार बनाने के लिये कुछ जिम्मेदारियां सौंपी गयी हैं। यह प्रयास कितना सफल होता है यह तो वक्त ही तय करेगा। यह बात दीगर है कि इस प्रकार की कोशिश पहले भी होती रही हैं। बहरहाल, फिर उक्रांद ने हाथ-पैर मारने शुरू कर दिये हैं।
मीडिया रिपोर्टों के हवाले से खबर है कि उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष पुरणसिंह कठैत जी नें दल के मिडिया को मजबूत करने हेतु दल के केंद्रीय कार्यालय प्रभारी सुनील ध्यानी को केंद्रीय मिडिया प्रभारी का अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी। साथ ही प्रांजल नौडियाल को केंद्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी।
इस अवसर पर केंद्रीय अध्यक्ष श्री कठैत जी नें कहा की दिनांक 18 व 19 दिसम्बर 2023 को दल की दो दिवसीय केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दल ठोस निर्णय लेकर आगामी चुनाओं से लेकर दल के कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार की जायेगी। बूथ लेवल को मजबूती के लिए मेरा बूथ मेरा संकल्प का नारा लेकर सभी को चलना होगा। प्रत्येक पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ता को अपने- अपने बूथ की जिम्मेदारी लेनी होंगी व कोई भी चुनाव हो उसके पश्चात् बूथ लेवल पर मिले मतों के आधार पर दल पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्त्ता का विश्लेषण करेगा।
संगठन की मजबूती के लिए ठोस निर्णय लिए जायेंगे, तथा शक्ति के साथ लागू किया जायेगा। दल राज्य की स्थायी राजधानी गैरसैण,सशक्त भू कानून और मूलनिवास को लेकर मुखर रहेगा। जन मुद्दों एवं जन समस्याओं के निराकरण हेतु दल अपने कार्यकर्माे व आंदोलन के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाएगा।