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‘राष्ट्र सर्वोपरि है और राष्ट्रीयता हमारे रग रग में बहनी चाहिए’ ये बात रिटायर्ड मेजर जनरल लाल जीडी सिंह ने देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर कही। इस मौके पर वेटरन्स इंडिया के साथ मिलकर देशभक्ति दौड़ का भी आयोजन हुआ जिसमें छात्रों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।
शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रिटायर्ड मेजर जनरल लाल जीडी सिंह ने राष्ट्रीयता को परम धर्म बताते हुए कहा कि राष्ट्र धर्म सबसे बड़ा धर्म है और भारतीयता हमारी पहचान है। हमारा परम कर्त्तव्य और प्रयास होना चाहिए कि भारत को विश्व पटल पर कामयाबी के शिखर तक पहुँचाया जाए ताकि भारत पुनः विश्व गुरु बन सके।
उन्होंने कहा कि छात्र देश का भविष्य होते हैं और एक राष्ट्रवादी छात्र अपने से पहले देश के लिए कार्य करता है तब जाकर मज़बूत राष्ट्र का निर्माण होता है। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ प्रीति कोठियाल ने माखन लाल चतुर्वेदी की कविता ‘मुझे तोड़ लेना वनमाली उस पथ पर तुम देना फ़ेंक’ के माध्यम से छात्रों को देश के प्रति अपने कर्त्तव्य से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हमें अपने और अपने परिवार के अलावा अपने देश के प्रति ज़िम्मेदारी को भी समझते हुए आगे बढ़ना चाहिए तभी राष्ट्र सफलता की सीढ़ियां चढ़ता है। इस मौके पर वेटरन्स इंडिया के सहयोग से देशभक्ति दौड़ का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने मांडुवाला स्थित विश्वविद्यालय परिसर से दौड़ प्रारम्भ की और चार किलोमीटर की दूरी तय कर अपने मज़बूत इरादों को जताया। इस मौके पर उपकुलपति डॉ आरके त्रिपाठी, मुख्य सलाहकार डॉ एके जायसवाल, मेजर जनरल प्रोफ़ेसर डॉ ओपी सोनी, डीन छात्र कल्याण दिग्विजय सिंह सहित विभिन्न स्कूलों के डीन एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति व छात्र उपस्थित रहे।