62 साल के कालखंड के बाद बसेगा चीन बार्डर का ” जादूग गांव “| महावीर सिंह राणा की Report-News Netra.
खबरों की खबर है कि 62 साल के कालखंड के बाद फिर आबाद होने जा रहा है। चीन बार्डर का जादूग गांव गुल-ए-गुलजार होने की उम्मीद जगी है। अपनी सरकार भी मन ऐसा ही है। आइये, इस गांव की कहानी और सरकारी योजना।
चीन सीमा का एक गांव सन 62 साल पहले युद्ध के कारण खाली कर दिया गया था अब केंद्र सरकार और राज्य सरकार उन गांवों को दोबारा बसाने का निर्णय ले रही है उत्तरकाशी के चीन सीमा से सटे जादूग गांव के मूल निवासी अब अपनी जमीन पर होमस्टे बना सकते हैं सरकार ने होमस्टे की इजाजत दे दी है
वहीं अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष भगवान सिंह राणा ने बताया कि वर्ष 2018 में नवंबर माह में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर्षिल आए थे तो उन्होंने भारत सीमा सहित नील गांव जड़ों को हवाई सर्वेक्षण किया उसके दौरान उन्होंने हर साल में ग्रामीणों से मुलाकात की जहां पर उन्होंने ग्रामीणों को पुनः घर वापसी की बात कही आज यह सपना साकार हो गया है इनर लाइन होने के कारण उस एरिया में जाना वर्जित है मगर वर्ष 2015 में तत्कालीन सरकार ने ने लाग घाटी को पर्यटन के लिए खोला था लेकिन उसे समय यहां कहीं भी पर्यटन के ठहरने की व्यवस्था न होने के कारण आवाज जाई बहुत कम होती है
जिसे लेकर सरकार निर्णय लिया है कि अब इन गांव में होम स्टे के तर्ज पर पर्यटको को ठहरने का मौका मिलेगा वहीं लोगों का आरोप लगाया है कि जादूग गांव के साथ-साथ नेलोग गांव को भी होमस्टे की इजाजत दी जाए ताकि लोगों की खोई हुई जमीन वापस मिल सके