News Netra. Com पहाड़ में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे ग्रामीण डरे-सहमे हुये हैं। पौड़ी जनपद के द्वारीखाल ब्लाक में भी ऐसी ही स्थिति बनी हुयी है। यहां भी गुलदार की चहल-कदमी से ग्रामीण दशहत में हैं। जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकास खंड द्वारीखाल के नजदीकी गाँव कपल्टी, सिमल्या, बखरोडी गाँव, ग्वीन बडा, ग्वीन छोटा, जमेली, लंगूरी, चिपलढूँगी, बाजागाँव, के आसपास के क्षेत्र में आजकल पशुभक्षी गुलदार ने आतंक मचा रखा है। जिससे स्थानीय ग्रामीण पशुपालको में दहशत फैल रखी है। गुलदार पशुपालको के बकरी, भेड, गाय पर दिन दहाडे घात लगाकर हमला कर रहा है।
अभी तक यह गुलदार दर्जनो बकरी और गायो को अपना निवाला बना चुका है। जिससे स्थानीय पशुपालको के रोजी रोटी पर गहरा संकट मंडरा रहा है। ग्रामीण डरे और सहमे हुये है। ग्रामीण अजय दत्त और पवित्रा देवी पूनम देवी ने बताया कि दो तीन गुलदार दिन में गाँवो के आसपास निडर हो कर खुलेआम घूम रहे हैं जिससे मवेशियो को चुगाने और चारापत्ती लाने पर हर समय खतरा बना हुआ है। ये गुलदार अनेक पशुपालको के बकरियाँ और गायो को मार चुका है। ग्वीन छोटा में इसने सरेआम दिन में एक गाय को मार दिया। ग्रामीण सुरेन्द्र सिह ने बताया कि पहले ही यहाँ सूअर, बन्दर, लंगूर के आतंक से खेती को नुकसान पहुँच रहा था अब गुलदार पशुधन को निवाला बना रहा है जिससे आजीविका पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
महिलाये भी घास के लिए और बच्चे स्कूल के लिए जाने मे डर रहे हैं सांझ ढलते ही ये गाँव के आसपास दहाड मार रहे है जिससे बडी अनहोनी की आशंका बनी रहती हैं। ग्रामीण पत्रकार कमल उनियाल ने वन विभाग से इन गुलदारो को पशुभक्षी घोषित करने की मांग की है।