एक पेड़ शहीद सैनिकों के नाम से उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग द्वारा गया किया पौधारोपण-Newsnetra
- एक पेड़ शहीद सैनिकों के नाम से महिला आयोग की अध्यक्ष ने किया पौधारोपण
- आईडीपीएल ऋषिकेश व एम्स ऋषिकेश में अलग अलग स्थानों पर किया वृक्षारोपण
- पर्यावरण को सुरक्षित और बचाए रखने के लिए पेड़ है जरूरी – कुसुम कण्डवाल
उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल द्वारा ऋषिकेश IDPL केंद्रीय विद्यालय में वीरभद्र जन कल्याण समिति की महिलाओं के साथ जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में शहीद हुए उत्तराखंड के वीर सैनिकों की स्मृति में वृक्षारोपण किया।
इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने वीर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हमारी देवभूमि वीरभूमि भी है यहां के जवान मातृभूमि की रक्षा करते हुए खुशी खुशी अपने प्राण न्योछावर कर देते है। उनका अमर बलिदान सदैव याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आप सब भी एक पेड़ उन वीर शहीद सैनिकों के नाम लगाए जिन्होंने अपना जीवन देश की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया है। वहीं उन्होंने कहा कि आज के समय में पर्यावरण को सुरक्षित और बचाए रखने के लिए पेड़ है जरूरी है। बीते दिनों सभी ने देखा है कि भारी गर्मी और तपन के बीच एक एक पेड़ का कितना महत्व था, इसी लिए पेड़ है तो जीवन है। पौधरोपण के दौरान वीरभद्र जनकल्याण समिति की प्रमुख सुंदरी कण्डवाल, अरविंद चौधरी, विद्यालय के प्रधानाचार्य व अध्यापकगण, विभिन्न छात्र छात्राओं सहित मातृशक्ति उपस्थित रही।
वही राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने AIIMS ऋषिकेश के परिसर में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वरानंद महाराज जी के पावन सानिध्य में AIIMS की निदेशक डॉ मीनू सिंह जी सहित विभिन्न अधिकारीगण व डॉक्टर संस्थान के फेकल्टी सदस्यों के साथ हरेला पर्व के उपलक्ष आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में अलग-अलग स्थानों पर आंवला, बेहड़ा, जामुन, नीम, गोल्ड मोहर, तेज पत्ता, शीशम और कचनार आदि प्रजातियों के 100 से अधिक फलदार और छायादार पौधारोपण किया।
एम्स निदेशक कार्यालय के निकट शंकराचार्य राजराजेश्वरानंद महाराज जी द्वारा नीम का पौधा रोपते समय उन्होंने संस्थान द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम की सराहना की और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धरती में पर्यावरण संतुलन के लिए जरूरी है कि लोक परम्परा का निर्वाह करते हुए समाज का प्रत्येक व्यक्ति वृक्षारोपण करे। उन्होंने कहा कि वृक्षों से प्राणवायु प्राप्त होती है। धरती पर जब वृक्ष होंगे, तभी जीवन बचेगा।