बदरीनाथ के पास हिमस्खलन: 32 लोगों का सफल रेस्क्यू, शेष 25 के लिए अभियान जारी-Newsnetra


चमोली, 28 फरवरी 2025 – उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित पवित्र बदरीनाथ धाम से लगभग 6 किलोमीटर आगे एक भीषण हिमस्खलन की घटना सामने आई है। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस घटना में कई लोग फंस गए थे, जिनके रेस्क्यू के लिए राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। शाम 5:00 बजे तक 32 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि शेष 25 लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास लगातार जारी हैं।
हिमस्खलन के बाद राहत एवं बचाव कार्य तेज़
हिमस्खलन की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत राहत एवं बचाव दल को सक्रिय किया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), भारतीय सेना और स्थानीय प्रशासन की टीमें संयुक्त रूप से ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। भारी बर्फबारी और कठिन मौसम परिस्थितियों के बावजूद, बचाव कर्मी लगातार फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के प्रयास कर रहे हैं।


रेस्क्यू ऑपरेशन में चुनौतियां
चमोली जिले में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में कई बाधाएं आ रही हैं। दुर्गम इलाका होने के कारण बचाव दलों को भारी उपकरणों और हेलीकॉप्टरों की मदद से राहत अभियान चलाना पड़ रहा है। बर्फ में दबे लोगों तक पहुंचने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है, ताकि समय रहते सभी को सुरक्षित निकाला जा सके।
स्थानीय प्रशासन की तत्परता
घटना की गंभीरता को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग पूरी सतर्कता से काम कर रहे हैं। घायलों के इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रखा गया है और आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं भी तैनात की गई हैं। इसके अलावा, बचाव कार्य को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ड्रोन और आधुनिक तकनीकों का भी उपयोग किया जा रहा है।
भविष्य की तैयारी और सतर्कता
उत्तराखंड का हिमालयी क्षेत्र अक्सर भूस्खलन, हिमस्खलन और अन्य आपदाओं से प्रभावित होता रहता है। इस घटना के बाद सरकार और प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय निवासियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है। साथ ही, इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन योजनाओं को और मजबूत करने की जरूरत पर बल दिया जा रहा है।
बदरीनाथ धाम के निकट हुए इस हिमस्खलन में फंसे 32 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि बाकी 25 लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। प्रशासन, सेना और आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटी हुई हैं। इस घटना ने एक बार फिर आपदा प्रबंधन की आवश्यकता और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की दक्षता को उजागर किया है।
बचाव अभियान से जुड़ी ताजा जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों से धैर्य बनाए रखने और किसी भी अनावश्यक जोखिम से बचने की अपील की है।