Ayodhya Deepotsav 2024 : 25 लाख दीयों से रोशन होगी अयोध्या: दीपोत्सव 2024 का भव्य आयोजन-Newsnetra
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दीपोत्सव 2024: अयोध्या में भव्य दीप प्रज्ज्वलन का नया विश्व कीर्तिमान
अयोध्या, 30 अक्टूबर। ऐतिहासिक अयोध्या नगरी में इस बार का दीपोत्सव एक अनोखी भव्यता के साथ आयोजित होने जा रहा है। यह दीपोत्सव रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत पहला होगा, जिसे अयोध्या के गौरवशाली अतीत और नए विश्व कीर्तिमान के सपने को साकार करने के उद्देश्य से योगी सरकार और डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय की कुलपति, प्रोफेसर प्रतिभा गोयल के नेतृत्व में इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए विशेष रूप से तैयारियां की गई हैं। दीपोत्सव-2024 में 30 हजार स्वयंसेवकों की सहायता से सरयू नदी के 55 घाटों पर 25 लाख से अधिक दीयों को प्रज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए दीयों की गणना
इस दीपोत्सव को विश्व स्तर पर मान्यता दिलाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी इसमें सम्मिलित हुई है। निश्चल बरोट के नेतृत्व में 30 सदस्यीय टीम ने घाटों पर सजाए गए दीयों की गणना का कार्य पर्यवेक्षकों, घाट प्रभारियों और गणना वॉलंटियर्स की उपस्थिति में प्रारंभ किया। इस गणना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि 25 लाख से अधिक दीयों के प्रज्वलन के साथ नया कीर्तिमान स्थापित हो।
वॉलंटियर्स को दिए गए निर्देश
दीपोत्सव की भव्यता को सुनिश्चित करने के लिए, वॉलंटियर्स और अन्य पदाधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। दीपोत्सव के दिन, प्रत्येक वॉलंटियर को तेल भरने के लिए एक लीटर सरसों के तेल की बोतल उपलब्ध कराई जाएगी। यह भी निर्देशित किया गया है कि दीयों में तेल डालते समय सतर्कता बरतनी होगी ताकि घाट पर तेल न गिरे और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
दीयों की सजावट और भव्यता
सरयू नदी के 55 घाटों पर 28 लाख दीयों की सजावट कर दी गई है। इन घाटों पर दीयों की सजावट के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने भारी संख्या में पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, गणना वॉलंटियर्स सहित 2,000 से अधिक सदस्यों की एक टीम को जिम्मेदारी सौंपी है। दीपोत्सव के आकर्षण को बढ़ाने के लिए घाट नंबर 10 पर 80 हजार दीयों से स्वास्तिक का विशेष डिजाइन भी बनाया गया है, जिससे शुभता का संदेश विश्वभर में जाएगा।
विशेष सुरक्षा व्यवस्था
दीपोत्सव में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए आई कार्ड अनिवार्य किया गया है। बिना आई कार्ड के प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अलावा, पूरे आयोजन के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन, जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से विशेष बंदोबस्त किए गए हैं। घाटों पर पुलिस प्रशासन और विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों की टीम तैनात रहेगी ताकि इस अद्भुत आयोजन में किसी प्रकार की बाधा न आए।
दीयों के प्रज्वलन का शुभारंभ
दीपोत्सव के दिन, प्रातः 10 बजे से ही 25 लाख से अधिक दीयों में तेल भरने, बाती लगाने और अन्य तैयारियों का कार्य आरंभ हो जाएगा। देर शाम को शासन द्वारा निर्धारित समय पर दीयों का प्रज्वलन किया जाएगा, जिससे अयोध्या की पवित्र धरा दीपों के प्रकाश से जगमगा उठेगी और दीपोत्सव की भव्यता न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।
इस वर्ष का दीपोत्सव अयोध्या के गौरवशाली इतिहास को नया स्वरूप देने और पूरी दुनिया को सांस्कृतिक एकता का संदेश देने का एक अद्भुत अवसर बन गया है।