Bangladesh Election 2024: बांग्लादेश में 5वी बार पीएम बनेगी शेख हसीना, बना इतिहास
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने लगातार चौथा कार्यकाल हासिल कर लिया है। और उनकी पार्टी आवामी लीग ने मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी एवं उसके सहयोगियो के बहिष्कार के बीच हुई चुनावों में दो तिहाई सीट पर जीत दर्ज की। रविवार को छिटपुट सिंह और मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) वह उसके सहयोगियो के बहिष्कार के बीच हुए 12वीं आम चुनाव में हसीना की सीट अवामी लीग ने 200 सीटों पर जीत हासिल कर कर दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया।
विपक्षी जातीय सीटों 10 और निर्दलीय 45 सीटों पर विजयी हुए हैं। खबर लिखने जाने तक मतगणना जारी थी। हसीना ने गोपालगंज तीन सीट से 1986 के बाद आठवीं बार जीत हासिल की।
Bangladesh Election 2024: शेख हसीना का पांचवा कार्यकाल
चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि ”हम अबतक उपलब्ध परिणामों के आधार पर अवामी लीग को विजेता कह सकते हैं, लेकिन बाकी निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना खत्म होने के बाद अंतिम घोषणा की जाएगी।” हसीना ने गोपालगंज-3 संसदीय सीट पर फिर से शानदार जीत दर्ज की। उन्हें 2,49,965 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं बांग्लादेश सुप्रीम पार्टी के एम निजाम उद्दीन लश्कर को महज 469 वोट ही मिले। बांग्लादेश में साल 2009 से ही हसीना के हाथों में सत्ता की बागडोर है। इस बार एकतरफा चुनाव में वह लगातार चौथा कार्यकाल हासिल करने वाली हैं। प्रधानमंत्री के रूप में उनका अब तक का यह पांचवां कार्यकाल होगा।
Bangladesh Election 2024: चुनाव के दौरान 18 जगहों पर हुई हिंसा
मुख्य निर्वाचन आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने बताया कि शुरुआती अनुमान के मुताबिक, मतदान लगभग 40 प्रतिशत था, लेकिन इस आंकड़े में बदलाव आ सकता है. वर्ष 2018 के आम चुनाव में कुल मिलाकर 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था. चुनाव में बड़े पैमाने पर शांतिपूर्ण मतदान होने के बावजूद, अधिकारियों और मीडिया ने शुक्रवार देर रात से देश भर में कम से कम 18 स्थानों पर आगजनी की घटनाओं की सूचना दी जिनमें से 10 में मतदान केंद्रों को निशाना बनाया गया.
Bangladesh Election 2024: बीएनपी ने चुनाव को बताया ‘फर्जी’
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बीएनपी के नेताओं ने कहा कि पार्टी मंगलवार से शांतिपूर्ण सार्वजनिक भागीदारी कार्यक्रम के माध्यम से सरकार विरोधी अपने आंदोलन को तेज करने की योजना बना रही है. रविवार को हुए आम चुनावों का बहिष्कार करने वाली बीएनपी ने इसे ‘फर्जी’ करार दिया है. बीएनपी ने 2014 के चुनाव का बहिष्कार किया था लेकिन इसने 2018 में चुनाव लड़ा था.
चुनाव से पहले बांग्लादेश में हिंसा की कई घटनाएं घटी हैं. बीएनपी, जमात-ए-इस्लामी, लेफ्ट अलायंस जैसे विपक्षी खेमों ने हसीना सरकार की देखरेख में होने वाले किसी भी चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया. उन्होंने चुनाव का बायकॉट और 48 घंटे की हड़ताल की थी. इस कारण चुनाव के दौरान वोटिंग का प्रतिशत बहुत ही कम रहा है। उन्होंने एक ‘निष्पक्ष और निष्पक्ष’ कार्यवाहक सरकार के प्रबंधन के तहत आम चुनाव कराने की मांग की थी, लेकिन सत्ताधारी पार्टी अवामी लीग ने उस मांग को खारिज कर दिया था।
Bangladesh Election 2024: छिटपुट हिंसा के बीच चुनाव
चुनाव आयोग ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान के बीच देश भर में कुछ जगहों पर आगजनी की घटनाएं हुईं. सुरक्षा के लिए 7.5 लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने चुनाव के आसपास के तनावपूर्ण माहौल पर चिंता जताई है. हालांकि, सरकार का कहना है कि चुनाव निष्पक्ष हुए हैं।
Bangladesh Election 2024: क्या बोलीं शेख हसीना
बीएनपी बहिष्कार के बीच हुए चुनाव को स्वीकार करने से जुड़े सवाल पर हसीना ने कहा, ‘मेरे लिए महत्वपूर्ण यह है कि लोग इस चुनाव को स्वीकार करते हैं या नहीं. इसलिए मुझे उनकी (विदेशी मीडिया) स्वीकार्यता की परवाह नहीं है.’ इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आतंकवादी दल ने क्या कहा या क्या नहीं कहा।
Report by – Sandhya kumari