बिग ब्रेकिंग | 17 साल बाद अपनों के बीच लौटा चमोली का बेटा “संतोष” (राजेश)-Newsnetra
कभी मां की गोद से निकला मासूम अब लौटकर आया है, एक लंबे इंतजार और संघर्ष के बाद।
चमोली जनपद के नारायणबगड़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत कौब निवासी अशालाल जी के बेटे संतोष (बचपन का नाम राजेश) को पंजाब में 15 से 17 वर्षों तक एक गौशाला में बंधुआ मजदूर बनाकर रखा गया था।
16-17 जून को पंजाब के तरनतारन जिले में कार्यरत बाबा रतन देव सोसाइटी के अध्यक्ष जगजीत सिंह को यह युवक संदिग्ध अवस्था में मिला। उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला, जो देखते ही देखते वायरल हो गया। यही वीडियो संतोष के परिवार तक पहुंचा, और पहचान की पुष्टि हुई।
ताजा जानकारी के अनुसार, कुछ देर पहले ही संतोष को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। हालांकि अब भी स्थानीय थाने में कुछ औपचारिकताएं और पूछताछ चल रही हैं, जिसके बाद परिजन उसे लेकर गांव लौटेंगे।
इस पूरी प्रक्रिया में चंडीगढ़ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष शर्मा की भूमिका भी सराहनीय रही, जिन्होंने प्रशासनिक स्तर पर पूरा सहयोग किया।
अब जब संतोष अपनों के बीच है, तो यह केवल एक परिवार की नहीं, पूरे पहाड़ की जीत है।
आशा है कि उत्तराखंड के हर लापता बेटे-बेटी को इसी तरह अपने घर की राह दोबारा मिले।
यह कोई श्रेय का विषय नहीं, एक माँ की आस और समाज की जागरूकता की जीत है।