रुड़की सिविल हॉस्पिटल में लापरवाह डॉक्टरों का कहर, मरीजों को अनदेखा कर रहे डॉक्टर-Newsnetra
डॉक्टरों को यूं तो धरती पर भगवान का रूप कहा जाता है, खासकर तब जब गरीब और असहाय मरीज अपनी उम्मीदों के साथ सरकारी अस्पतालों का रुख करते हैं। पर क्या हो जब वही डॉक्टर मरीजों के साथ असंवेदनशील और लापरवाह व्यवहार करें…? रुड़की सिविल हॉस्पिटल में कुछ डॉक्टरों की लापरवाही और कठोर रवैये से मरीजों को निराशा हाथ लग रही है। अस्पताल में आने वाले लोगों का कहना है कि इमरजेंसी वार्ड की महिला डॉक्टर अधिकतर ड्यूटी से गायब रहती हैं, और जब आती भी हैं तो फोन में व्यस्त रहकर मरीजों को अनदेखा कर देती हैं। हरिद्वार के सीएमओ आर.के. सिंह ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि लापरवाह डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और मरीजों के साथ व्यवहार सुधारने के निर्देश समय-समय पर दिए जाते है, इसके बाद भी अगर कोई डॉक्टर व्यवहार में सुधार नही ला रहे है तो उनपर कार्रवाई की जाएगी।
हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) आर.के. सिंह ने कहा कि हर मीटिंग में सभी डॉक्टरों को निर्देश दिए जाते हैं कि वे मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें और अपने कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार रहें। ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि वे स्वयं इस मामले की गोपनीय जांच करेंगे और जो भी डॉक्टर अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतता पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लोगों का कहना है कि अस्पताल में मौजूद अन्य डॉक्टरों में से कुछ ने अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाया है, लेकिन कुछ डॉक्टरों के लापरवाह रवैये ने पूरे अस्पताल के माहौल को प्रभावित किया है। वहीं, अस्पताल की व्यवस्था से नाराज मरीजों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचने वाले अधिकतर लोग गरीब और जरूरतमंद होते हैं, जो प्राइवेट अस्पतालों के महंगे खर्चे का वहन नहीं कर सकते। ऐसे में, सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों का इस तरह का रवैया मरीजों के लिए अत्यंत निराशाजनक साबित हो रहा है।
फाइल वीओ:- रुड़की सिविल हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को उम्मीद है कि सीएमओ द्वारा की जाने वाली इस जांच से अस्पताल में सुधार होगा। जरूरतमंदों के लिए सरकारी अस्पतालों में अच्छे व्यवहार और जिम्मेदारी का महत्व है, क्योंकि कई बार ये लोग निजी अस्पतालों में जाने में असमर्थ होते हैं। ऐसे में, सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों से उनके प्रति संवेदनशील व्यवहार की अपेक्षा होती है।