चमोली ग्लेशियर हादसा: 50 मजदूरों को बचाया गया, 4 की मौत की पुष्टि, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी-Newsnetra


उत्तराखंड के चमोली जिले में हुए ग्लेशियर हादसे से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। इस भयावह घटना में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 50 मजदूरों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया है। शेष 5 लापता मजदूरों को खोजने के लिए सेना का बचाव अभियान लगातार जारी है।
बचाव अभियान में तेजी, हेलीकॉप्टर तैनात
घटनास्थल पर बचाव कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए IBEX ब्रिगेड की विशेष बचाव टीम युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण निकासी अभियान के लिए कुल 06 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं, जिनमें—
- भारतीय सेना विमानन के 3 चीता हेलीकॉप्टर,
- भारतीय वायु सेना के 2 चीता हेलीकॉप्टर,
- भारतीय सेना द्वारा किराए पर लिया गया 1 नागरिक हेलीकॉप्टर शामिल हैं।
वरिष्ठ सेना अधिकारियों की निगरानी में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन
इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ सेना अधिकारी व्यक्तिगत रूप से बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। प्राथमिकता के आधार पर घायलों को निकाला जा रहा है और उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
हादसे का प्रभाव और बचाव कार्य की चुनौतियां
ग्लेशियर हादसे के कारण इलाके में भारी हिमस्खलन हुआ, जिससे क्षेत्र की सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। प्रतिकूल मौसम और दुर्गम भू-भाग के बावजूद बचाव दल पूरी ताकत से राहत कार्य में जुटा हुआ है।
स्थिति पर लगातार नजर
स्थानीय प्रशासन, सेना और आपदा प्रबंधन दल राहत कार्यों में लगे हुए हैं। सेना की टीम शेष 5 लापता मजदूरों की खोजबीन में जुटी हुई है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही उन्हें भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।
यह हादसा उत्तराखंड में बार-बार होने वाले हिमस्खलन की एक और भयावह घटना है, जो पर्वतीय क्षेत्रों में काम कर रहे मजदूरों और स्थानीय निवासियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।