अल्मोड़ा में साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम: आर्मी जवानों को सशक्त बनाने की पहल-Newsnetra
17 जनवरी 2025 को अल्मोड़ा में पुलिस साइबर सैल द्वारा आर्मी जवानों के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य जवानों को साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क करना और डिजिटल खतरों से बचाव के उपायों की जानकारी देना था।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
1. साइबर ठगी के तरीकों की जानकारी
कार्यक्रम में डिजिटल ठगी के बढ़ते मामलों पर प्रकाश डाला गया। इसमें डिजिटल अरेस्ट जैसे फिशिंग तकनीकों, ऐनी डेस्क जैसे रिमोट एक्सेस एप्लिकेशनों के खतरों, अनजान लिंक पर क्लिक करने और अनजान नंबर से आने वाले वीडियो कॉल्स के जोखिमों के बारे में विस्तार से बताया गया।
2. साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930
साइबर अपराध की शिकायत करने के लिए सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 1930 के उपयोग और उसकी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। यह नंबर डिजिटल अपराधों के पीड़ितों को त्वरित सहायता प्रदान करता है।
3. नशे और महिला सुरक्षा पर चर्चा
नशे के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए जवानों को इसके सामाजिक और व्यक्तिगत नुकसान समझाए गए। साथ ही, महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने और इनसे निपटने के उपायों पर चर्चा की गई।
4. नवीन कानून और हेल्पलाइन नंबर
कार्यक्रम में हाल ही में लागू साइबर अपराध से संबंधित कानूनों की जानकारी दी गई। जवानों को विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी देकर उन्हें सुरक्षित और सतर्क रहने के उपाय बताए गए।
जागरूकता अभियान का महत्व
इस तरह के कार्यक्रम न केवल साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने की संस्कृति को भी प्रोत्साहित करते हैं। आर्मी जवानों के लिए यह कार्यक्रम विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, क्योंकि वे राष्ट्र की रक्षा के साथ-साथ अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा का भी ध्यान रखते हैं।
अल्मोड़ा पुलिस साइबर सैल की यह पहल साइबर सुरक्षा और डिजिटल सतर्कता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल जवानों को साइबर खतरों से बचने की शिक्षा मिली, बल्कि समाज में डिजिटल जागरूकता बढ़ाने का संदेश भी प्रसारित हुआ।