

हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी द्वारा जल पूजन कार्यक्रम का शुभारंभ-Newsnetra
#जल संकट की चुनौती के समाधान के लिए हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी वर्ष 2025 को जल वर्ष के रूप में मना रहा है।
#जल वर्ष 2025 के अवसर पर संस्थान द्वारा नदी,तालाब, कुएं, नौलों, धारों पनियारो को पूजने उन्हें सम्मान देने के लिए पूजन कार्यक्रम की शुरुआत *एमकेपी महाविद्यालय देहरादून के हिंदी विभाग* के छात्राओं के साथ किया गया।
# जल पूजन कार्यक्रम का शुभारंभ जल स्रोत की पूजा, आरती, भजन के साथ छात्र छात्राओं के द्वारा गीत गाए गये।

#जलस्रोत के पास ही सारे कार्यक्रम आयोजित किए गए।
# कल के लिए जल अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि पानी का पूजन एवं सम्मान हमारी संस्कृति में था, पिछले कुछ दशकों में इसमें कमी आई है जिसके कारण आज प्रकृति समाज से रूठ गई है, जिसे वैज्ञानिक भाषा में क्लाइमेट चेंज कहा जा रहा है, आधुनिकता के फेर में लोग अपनी पंपराओं से दूर होते गए जिसके कारण पानी भी दूर जाता रहा, जिसके परिणाम हमारे सामने है।
नई पीढ़ी अपनी पंपराओं को जाने जलस्रोतों को सम्मान दे जिस तरह अपने घर में स्थित पूजा घर एवं मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, गिरिजाघर का सम्मान करते है ठीक उसी तरह जलस्रोतों, नदी, तालाब, नोलो, झरनों का भी सम्मान करे इस उद्वेश्य से *जल पूजन* कार्यक्रम का शुरू किया
#महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ सरिता कुमार ने अतिथियों का बुके देकर सम्मान किया। उन्होंने महाविद्यालय की संस्थापिका महादेवी जी के पुण्यतिथि पर तालाब बनाने की बात कही।
*जल पूजन कार्यक्रम*- टौंस नदी
हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी एवं डीडी कॉलेज निबुवाला के द्वारा कॉलेज के एनएसएस अधिकारी श्री मयंक बंगारी के नेतृत्व में छात्रों के द्वारा टपकेश्वर के नजदीक टौंस नदी की सफाई के साथ टौंस नदी की पूजा की गई।
# डीडी कॉलेज और जाड़ी संस्थान मिलकर टौंस नदी को पुनर्जीवित करने उसके जल स्तर को बढ़ाने के लिए कार्य करेगा।
# जनपद उत्तरकाशी के राजकीय इंटर कॉलेज कंडारी में भी धूम धाम से जल पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया