आयुष मंत्रालय का ऐतिहासिक अभियान: उत्तराखंड में डेढ़ लाख से अधिक नागरिकों का प्रकृति परीक्षण, 5 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज-Newsnetra
ऋषिकेश : भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा नागरिकों के स्वास्थ्य संवर्धन में चलाए जा रहे राष्ट्रीय स्तर के देश का प्रकृति परीक्षण अभियान के अंतिम दिन आज उत्तराखंड में डेढ़ लाख लोगो का प्रकृति परीक्षण कर यहाँ के आयुर्वेद चिकित्सकों ने अपनी सफलतम अभियान की समापन किया । इस राष्ट्रीय अभियान में एक माह में १२९५१०९९ (एक करोड़ उनतीस लाख इक्यावन हज़ार निन्यानवे) नागरिकों का प्रकृति परीक्षण कर डेटा बेस तैयार किया गया तथा पाँच गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी भारत के नाम सम्मिलित किया गया ।
प्रदेश के राज्य समन्वयक अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ डी के श्रीवास्तव ने बताया की केंद्र की तरफ़ से हमे कम से कम एक लाख नागरिकों का प्रकृति परीक्षण एक माह के अंदर सुनिश्चित करना था जिसे प्रदेश भर की हमारी टीम ने डेढ़ लाख से ज़्यादा पार कर तय समय में कुल १५७११५ नागरिकों का प्रकृति परीक्षण कर उत्तराखंड को गौरव प्रदान किया है ।
इस अभियान में माननीय मुख्यमंत्री श्री पुस्कर सिंह धामी जी , वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल जी पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक जी एवं अन्य गणमान्य मंत्रियों सहित कई सचिव एव जिलाधिकारी ने अपना परीक्षण कराकर इस अभियान को गति दी तथा सभी को इसे करने का आह्वान भी किया इस अभियान में कुल ४५७८ चिकित्सकों और स्टूडेंट्स ने भाग लिया जिन्होंने उत्तराखंड के सभी भौगोलिक स्तर पर नागरिकों को प्रकृति परीक्षण कर उनके भविष्य में होने वाले लाइफ स्टाइल डिजीस से बचाव और उचित ख़ान पान व्यवहार संस्कार इत्यादि की जानकारी दी ।
जिला सहसमन्वयक डॉ सीमा सक्सेना ने ऋषिकेश में इस अभियान की बागडोर संभाली और यहाँ से ४००० नागरिकों का प्रकृति परीक्षण किया । एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ डी पी वालोदी सहित हिमालयी कॉलेज के प्रोफo नीरज श्रीवास्तव, असिस्टेंट प्रोफo डॉ अमित गौतम , डॉ मीनाक्षी जगझपे , डॉ दिव्यांश, डॉशुभम् ,डॉ शैफ़ाली , डॉ मुस्कान ,डॉ दुर्गेश ,डॉ आदित्य , डॉ ऋषभ , डॉ अंकिता , डॉ आयुषी, डॉ प्रशांत , डॉ विशाल , डॉ वाणी , डॉ दीपवेंदु , डॉ देवांश , डॉ रीतिका , डॉ ज़ीशान, डॉ प्रशंसा ने सक्रिय भूमिका निभायी । यहाँ पर एम्स , यूनिवर्सिटी कैंपस , वरिष्ठ नागरिक कैम्प ,नगर निगम , डी एस बी स्कूल , मॉडर्न स्कूल , आर पी एस , हरिश्चंद्र स्कूल , भारद्वाज हॉस्पिटल , पूरी संजीवनी हॉस्पिटल, सिद्धबली हॉस्पिटल, रतूड़ी ई एन टी अस्पताल, कृष्णा मेडिकल सेंटर , डॉ राजे नेगी ऑई सेंटर ,सरस्वती शिशु मंदिर ,कृष्णकुंज आश्रम , रामानंद आश्रम , त्रिवेणी घाट ,सीमा डेंटल कालेज, उग्रसेन नगर श्यामपुर क्षेत्र , रानीपोखरी इत्यादि जगहों पर शिविर लगा कर किया गया ।इस अभियान में समस्त स्टूडेंट्स और चिकित्सकों ने सक्रिय सहभागिता निभायी ।
राज्य समन्वयक डॉ डी के श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार की इस राष्ट्रीय अभियान से अपने देश में रोग और रोगियों की संख्या कम होगी और सभी को ऐप के माध्यम से प्रत्येक ऋतु से पूर्व ख़ान पान एक्सरसाइज, अच्छी नींद तथा उत्तम व्यवहार की जानकारी आयुष मंत्रालय द्वारा देकर सभी को शतायु और निरोगी जीवन प्राप्त होगा ,भारत सरकार का स्वस्थ व्यक्ति की स्वास्थ्य रक्षा का यह पहला और अनूठा अभियान चलाया गया जिसमे आयुर्वेद की ऋतुचर्या और दिनचर्या के अलवा वात पित्त कफ की पर्सनलाइज्ड ऑब्जरवेशन कर स्वास्थ्य को उत्तम रखने की पहल है ।इस अनोखी अभियान की सभी नागरिकों ने भूरी भूरी प्रशंसा की तथा अपना स्वास्थ्य उत्तम रखने की प्रतिज्ञा भी की ।भविष्य में पूरा विश्व इस तरह का प्रयास अपने नागरिकों के उत्तम स्वास्थ के लिए जरूर करेंगे