Marry Kom Retirement Fake News : मैरी कॉम ने रिटायरमेंट की ख़बरों को बताया गलत, कहा- नहीं लिया संन्यास
छह बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने खेल से संन्यास की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया और उनका अभी संन्यास का कोई इरादा नहीं है . लंदन ओलंपिक 2012 की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम ने यहां जारी एक बयान में कहा ,‘‘ मीडिया के मेरे दोस्तों, मैने अभी तक संन्यास की घोषणा नहीं की है और मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया. जब भी मुझे संन्यास का ऐलान करना होगा तो मैं खुद सभी को बताऊंगी.’’
दरअसल डिब्रूगढ में बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान मेरीकोम के हवाले से मीडिया में उनके संन्यास की खबरें सामने आई. मैरी कॉम ने कहा था कि उम्र का बंधन होने से अब वह ओलंपिक नहीं खेल सकेंगी. पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा ,‘मैने कुछ मीडिया रिपोर्ट देखी हैं जिनमें कहा गया कि मैने खेल को अलविदा कह दिया जो सही नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं 24 जनवरी को डिब्रूगढ में एक स्कूल के कार्यक्रम में भाग ले रही थी, जहां मैं बच्चों की हौसला अफजाई कर रही थी. मैंने कहा था कि मेरे भीतर अभी भी खेलों में नयी ऊंचाइयां छूने की भूख है लेकिन ओलंपिक में उम्र की सीमा होने से मैं भाग नहीं ले सकती. मैं हालांकि अपना खेल जारी रख सकती हूं और मेरा फोकस फिटनेस पर है.’ 41 वर्ष की मैरी कॉम ने आगे लिखा, ‘मैं जब भी संन्यास का फैसला लूंगी, सभी को बताऊंगी । कृपया अपनी खबर दुरूस्त कर लें.’ अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के नियमों के तहत ओलंपिक जैसी एलीट स्पर्धा में 40 वर्ष तक की उम्र के ही पुरूष और महिला मुक्केबाज भाग ले सकते हैं.
Marry Kom Retirement Fake News : मैरी कॉम ने दिया था भावुक रिएक्शन
मैरी कॉम ने इससे पहले कहा था, ‘मुझमें अभी भी भूख है, लेकिन दुर्भाग्य से उम्र सीमा खत्म हो जाने के कारण मैं किसी भी प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकती. मैं और खेलना चाहती हूं, लेकिन मुझे (उम्र सीमा के कारण) बॉक्सिंग छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है. मुझे संन्यास लेना ही होगा. इसलिए मैंने ऐसा किया है. मैंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल किया.’
मैरी कॉम का करियर
बता दें कि मैरी कॉम दुनिया की पहली महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने 6 बार विजेता का खिताब जीता है. मैरी कॉम ने साल 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 2006 में मैरीकॉम को पद्मश्री, 2009 में उन्हें देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया. मैरी कॉम इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) की वुमन बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं. वहीं, मैरी कॉम 2014 के एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला हैं. उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. इसके अलावा मैरी कॉम 5 बार एशियाई चैंपियनशिप जीतने वाली भी इकलौती खिलाड़ी हैं.
By Jaya Rautela