होली के रंग में नरेंद्र सिंह नेगी का नया गीत, मंत्री प्रेम अग्रवाल पर कसा तंज-Newsnetra


उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी ने एक बार फिर अपनी आवाज़ और शब्दों के माध्यम से प्रदेश की राजनीति और सामाजिक मुद्दों पर चोट की है। होली के शुभ अवसर पर उन्होंने एक नया गीत प्रस्तुत किया है, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड सरकार के मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल द्वारा पहाड़ी समुदाय के लोगों के प्रति दिए गए अपमानजनक बयान पर तंज कसा है।
नेगी जी का गीत: संगीत के जरिए सटीक प्रहार
उत्तराखंड के संगीत प्रेमियों के लिए नरेंद्र सिंह नेगी का हर नया गीत किसी न किसी सामाजिक या राजनीतिक विषय पर कटाक्ष करता आया है। इस बार भी उन्होंने अपनी चिर-परिचित शैली में एक ऐसा गीत तैयार किया है, जो प्रदेश के आम लोगों की भावनाओं को व्यक्त करता है। गीत के बोल प्रेम अग्रवाल द्वारा पहाड़ी समाज पर की गई विवादास्पद टिप्पणी पर केंद्रित हैं और इसमें उनके शब्दों की आलोचना की गई है।
मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का बयान और विवाद
कुछ समय पहले उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने पहाड़ी लोगों के लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया था। इस बयान के बाद पूरे राज्य में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं, और आम जनता के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी इसकी निंदा की।
लोकगायक की लोकप्रियता और जनभावना
नरेंद्र सिंह नेगी सिर्फ एक गायक नहीं, बल्कि उत्तराखंड की जनता की आवाज़ हैं। उनके गीत हमेशा से जनभावनाओं को अभिव्यक्त करने का काम करते रहे हैं। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जैसे ही उनका नया गीत रिलीज़ हुआ, वैसे ही यह सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर तेजी से वायरल होने लगा।
गीत की प्रतिक्रिया और जनता का समर्थन
सोशल मीडिया पर लोग इस गीत की सराहना कर रहे हैं और इसे पहाड़ की अस्मिता से जोड़कर देख रहे हैं। कई लोगों ने इसे “संगीत के माध्यम से विरोध” की एक नई मिसाल बताया है। उत्तराखंड में लोकसंस्कृति से जुड़े कलाकारों के लिए यह गीत एक प्रेरणा बन सकता है कि वे अपने संगीत के जरिए सामाजिक मुद्दों पर आवाज़ उठा सकते हैं।
नरेंद्र सिंह नेगी के इस गीत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि संगीत सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि यह समाज की आवाज़ को बुलंद करने का सशक्त जरिया भी हो सकता है। उनके इस गीत ने न केवल प्रेम चंद अग्रवाल के बयान पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि उत्तराखंड की जनता अपनी संस्कृति, अस्मिता और सम्मान के प्रति कितनी सजग है।