राजभवन में सुरक्षा, पर्यावरण चुनौतियाँ और पर्यटन विषय पर आयोजित “विमर्श” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया-Newsnetra
हम सभी को उत्तराखण्ड की सुरक्षा में प्रहरी बनकर सेवा करनी होगी। पर्यावरण संरक्षण में अपने संतों की परंपरा को अपनाएँ और पर्यटन को अतिथि देवो भव: की भावना से समृद्ध करें। विकसित भारत और समृद्ध उत्तराखण्ड की दिशा में दृढ़ नेतृत्व, युवा शक्ति और जनभागीदारी हमारा सबसे बड़ा आधार है।

उत्तराखण्ड का भविष्य सुरक्षा जागरूकता, पर्यावरण संतुलन और पर्यटन के विविधीकरण पर निर्भर करता है। स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण, मानव-वन्यजीव संघर्ष के समाधान, नए पर्यटन स्थलों के विकास और जनसहभागिता के साथ हम अपने प्रदेश को स्थायी विकास की राह पर आगे बढ़ा सकते हैं। सामूहिक प्रयासों से उत्तराखण्ड निश्चित ही इन क्षेत्रों में देश का अग्रणी राज्य बनेगा।




