वक्फ एक्ट को लेकर पीएम मोदी का बड़ा बयान: “1700 शिकायतें मुस्लिम समाज से ही आईं, इसलिए उठाया कदम”-Newsnetra
नई दिल्ली, अप्रैल 2025 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वक्फ एक्ट (Waqf Act) में संशोधन को लेकर एक बड़ा और स्पष्ट बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा वक्फ से जुड़े कानून में बदलाव का फैसला किसी विशेष समुदाय के खिलाफ नहीं बल्कि समुदाय की ही शिकायतों के आधार पर लिया गया है।
पीएम मोदी ने कहा, “वक्फ से जुड़ी 1700 से अधिक शिकायतें मुस्लिम समाज के लोगों से ही आई थीं। जब हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को ही समस्याएं हो रही थीं, तो सरकार का कर्तव्य बनता है कि वह उनकी आवाज़ सुने और आवश्यक सुधार करे।”


क्या है वक्फ एक्ट?
वक्फ एक्ट एक ऐसा कानून है जिसके अंतर्गत मुस्लिम समाज द्वारा दी गई संपत्तियों (जैसे मस्जिद, कब्रिस्तान, दरगाह, मदरसे आदि) का प्रबंधन किया जाता है। इस एक्ट के तहत एक वक्फ बोर्ड गठित होता है जो इन संपत्तियों की देखरेख करता है।
हालांकि, पिछले कुछ वर्षों से इस कानून को लेकर भ्रष्टाचार, अपारदर्शिता और जबरन अधिग्रहण जैसी शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं। इनमें से कई शिकायतें मुस्लिम समाज के ही लोगों ने दर्ज कराईं।
क्या कहा प्रधानमंत्री ने?
प्रधानमंत्री ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया कि “हमारी सरकार की नीयत किसी के अधिकारों को छीनने की नहीं है, बल्कि हर समुदाय को समान न्याय और पारदर्शिता देने की है।” उन्होंने कहा कि “कोई भी कानून स्थायी नहीं होता, समय के साथ उसकी समीक्षा और सुधार जरूरी होता है, और यही हमने वक्फ एक्ट के साथ किया है।”
राजनीतिक हलकों में हलचल
पीएम मोदी के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष ने सरकार पर संवेदनशील मुद्दों को चुनावी नजरिए से भुनाने का आरोप लगाया, जबकि भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री के बयान को समाज के हर वर्ग की चिंता का प्रमाण बताया।
वक्फ एक्ट को लेकर उठाए गए कदम और उस पर प्रधानमंत्री का बयान यह दर्शाता है कि सरकार प्रतिक्रिया आधारित नीति निर्माण को महत्व दे रही है। यह कदम वक्फ प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।