उत्तराखंड में योग को बढ़ावा: योग केंद्रों के लिए 20 लाख तक प्रोत्साहन और सर्टिफिकेशन फीस की प्रतिपूर्ति-Newsnetra
उत्तराखंड सरकार योग को बढ़ावा देने के लिए एक नई नीति ला रही है, जिसके तहत राज्य में योग केंद्र खोलने वालों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस नीति के अंतर्गत 20 लाख रुपये तक का अनुदान देने का प्रावधान किया गया है। सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के भीतर योग का व्यापक प्रसार हो, जिससे न केवल स्थानीय लोगों को योग के लाभ मिलें बल्कि योग पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। इसके अलावा, योग सर्टिफिकेशन बोर्ड से विभिन्न कोर्स करने वालों को फीस की प्रतिपूर्ति भी की जाएगी, ताकि योग के क्षेत्र में अधिक लोग प्रशिक्षित हो सकें।
योग नीति: एक नई पहल
प्रदेश में पहली बार योग को एक संगठित ढांचे के अंतर्गत बढ़ावा देने के लिए “योग नीति” का निर्माण किया जा रहा है। सरकार की योजना है कि योग के क्षेत्र में विशेषज्ञता और प्रशिक्षण को बढ़ावा मिले, जिससे आयुष (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी) क्षेत्र में भी निवेश बढ़े। पिछले वर्ष सरकार ने आयुष नीति को मंजूरी दी थी, और अब योग नीति को धरातल पर उतारने के लिए शासन स्तर पर गहन विचार-विमर्श चल रहा है।
प्रोत्साहन और प्रतिपूर्ति का प्रावधान
योग नीति के तहत, राज्य में योग केंद्र खोलने के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में 20 लाख रुपये तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा, केंद्र सरकार के योग सर्टिफिकेशन बोर्ड से योग कोर्स करने पर, फीस की प्रतिपूर्ति की भी व्यवस्था होगी। इससे न केवल आर्थिक सहयोग मिलेगा, बल्कि स्थानीय योग प्रशिक्षकों और योग संस्थानों को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
आयुर्वेद सम्मेलन का आयोजन
उत्तराखंड में 12 से 15 दिसंबर को एक अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद सम्मेलन का आयोजन भी किया जा रहा है। इस आयोजन में विश्वभर के योग और आयुर्वेद विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा, जिससे राज्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक योग और आयुर्वेद केंद्र के रूप में प्रस्तुत किया जा सके। सरकार की योजना है कि इस सम्मेलन के पहले योग नीति को कैबिनेट में मंजूरी दिलाई जा सके।
योग नीति का भविष्य में असर
योग नीति का उद्देश्य न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर देना है, बल्कि उत्तराखंड को एक वैश्विक योग हब के रूप में स्थापित करना भी है। इस नीति से राज्य के पर्यटन उद्योग को भी बल मिलेगा, क्योंकि योग और स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा मिलेगी और स्थानीय व्यवसायों को समर्थन मिलेगा।
उत्तराखंड सरकार का यह प्रयास राज्य को स्वास्थ्य और योग के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र बनाने में सहायक सिद्ध हो सकता है।