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भारतीय नौवहन निगम लिमिटेड के निगमित सामाजिक दायित्व पहल के तहत “एस.सी.आई- स्वास्थ्य परियोजना” के अंतर्गत हरिद्वार (आकांक्षी जिला), उत्तराखंड के ऋषिकुल आयुर्वेद स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में सामाजिक संस्था “साथी” द्वारा अब तक 10 जीवन रक्षक उपकरण प्रदान किया जा चुका है।
गरीब व्यक्तियों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए चिकित्सा उपकरण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता हैं। आयुष्मान भारत मिशन के कार्यान्वयन के बावजूद, उत्तराखंड में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को विकट चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। दुर्भाग्य से, यह उपचारात्मक देखभाल भी कई आम लोगों के लिए अप्राप्य हो गई है। उत्तराखंड आयुर्वेदिक अस्पताल, स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे और जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी का सामना कर रहा है।
ऋषिकुल आयुर्वेद स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, हरिद्वार (आकांक्षी जिला) में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल की बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए, भारतीय नौवहन निगम लिमिटेड के निगमित सामाजिक दायित्व पहल के तहत “एस.सी.आई- स्वास्थ्य परियोजना” के अंतर्गत मौजूदा “बुनियादी ढांचे” में सुधार करने के लिए 15 जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों को सामाजिक संस्था “साथी” द्वारा प्रदान करेगी। परियोजना का मुख्य उद्देश्य ऋषिकुल आयुर्वेद स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, हरिद्वार उत्तराखंड द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में सुधार और वृद्धि करना है जिस से अधिक रोगियों के उपचार करने में सक्षम हो सके।
श्री मुकेश कुमार श्रीवास्तव, परियोजना समन्वयक, सामाजिक संस्था “साथी” ने बताया कि सभी चिकित्सा उपकरण एक- दो दिन में ऋषिकुल आयुर्वेद स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, हरिद्वार (आकांक्षी जिला) उत्तराखंड में सभी चिकित्सा उपकरण पहुंच जायेंगे, इससे मरीजों तथा मेडिकल के छात्र -छात्राओं को काफी लाभ मिलेगा।