भारत और पाकिस्तान के बीच खत्म हो गया युद्ध, 12 मई को फिर बात करेंगे दोनों देशों के DGMO
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध समाप्त, 12 मई को DGMO स्तर की वार्ता
नई दिल्ली/इस्लामाबाद, 10 मई 2025:
दक्षिण एशिया में शांति की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारत और पाकिस्तान ने सीमा पर जारी तनाव को समाप्त करने का निर्णय लिया है। दोनों देशों के बीच शांति की दिशा में आगे बढ़ते हुए यह सहमति बनी है कि 12 मई को दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) स्तर की वार्ता होगी।
यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब पिछले कुछ महीनों से सीमा क्षेत्रों में स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई थी, और कई बार छोटे पैमाने की झड़पों की खबरें सामने आई थीं। दोनों पक्षों ने अब यह महसूस किया है कि सैन्य टकराव का कोई दीर्घकालिक समाधान नहीं है और संवाद ही एकमात्र रास्ता है।
सीमा पर शांति बहाल
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, “दोनों देशों के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने सहमति व्यक्त की है कि युद्ध कोई समाधान नहीं है। सीमा पर स्थिति को यथाशीघ्र सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।”
वहीं पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता ने भी कहा कि दोनों देशों के हित में यही बेहतर है कि टकराव की बजाय सहयोग और संवाद को प्राथमिकता दी जाए।
12 मई को DGMO वार्ता: शांति की नई उम्मीद
सूत्रों के अनुसार, 12 मई को होने वाली DGMO स्तर की बातचीत में सीमा पर संघर्षविराम की समीक्षा, इंटेलिजेंस शेयरिंग, और संयुक्त विश्वास बहाली उपायों (Confidence Building Measures) पर चर्चा की जाएगी। दोनों देशों की सेना इस बात पर भी सहमत हुई है कि भविष्य में किसी भी घटना से पहले आपसी संवाद प्राथमिकता होगा।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया, “भारत हमेशा से मानता रहा है कि पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध शांति और विकास की नींव होते हैं। यदि पाकिस्तान भी इसी भावना से आगे बढ़े, तो दोनों देशों के नागरिकों को इसका लाभ मिलेगा।”
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी एक टीवी संबोधन में कहा कि, “हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को युद्ध नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की दिशा में बढ़ते देखना है।”
जनता की प्रतिक्रिया: राहत और संतोष
दोनों देशों के नागरिकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है। खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अब आशा है कि वे भयमुक्त और सामान्य जीवन जी सकेंगे। सोशल मीडिया पर भी ‘#PeaceNotWar’ और ‘#IndiaPakistanDialogue’ जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
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निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली 12 मई की DGMO वार्ता न केवल सीमा पर शांति बहाली का प्रयास है, बल्कि यह पूरे उपमहाद्वीप के लिए स्थिरता और विकास का संकेत भी है। युद्ध के बाद शांति की यह पहल इस बात का प्रमाण है कि संवाद, कूटनीति और परिपक्वता से किसी भी टकराव का समाधान संभव है। अब सबकी निगाहें 12 मई की बैठक पर टिकी हैं — जो इतिहास में एक नई शुरुआत के रूप में दर्ज हो सकती है।

