मीडिया हाउस-रितिका पयाल, देहरादून
असीम आस्था का केंद्र मालदेवता में शिव मंदिर के आसपास का सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है। सूखा कूड़ा संग्रहण के लिये सरकारी विभागों ने व्यवस्था बनायी थी वही अब अव्यवस्था का कारण बन गयी है। दरअसल, मालदेवता में शिव मंदिर के निकट पंचायती राज विभाग उत्तराखंड एवं राज्य वित्त आयोग के द्वारा सूखा कूड़ा संग्रह केंद्र लगाया गया था। इस सूखा कूड़ा संग्रह केंद्र पर स्थानीय निवासी एवं पर्यटक अपना कूड़ा फेंका करते हैं। परंतु विभाग द्वारा अनदेखी एवं कूड़े के ना उठाने की वजह से यहां पर कूड़े का ढेर लग चुका है और अब यहां से गुजरना बहुत मुश्किल हो चुका है, स्थानीय निवासी एवं पर्यटक इस दुर्गंध से काफी परेशान हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद कंडारी, ग्राम घुड़साल गांव, मालदेवता बताते हैं कि यह सूखा कूड़ा संग्रह केंद्र शिव मंदिर के बिल्कुल निकट है यहां स्थानीय निवासी पूजा पाठ भी करने आते हैं, वहीं पर पर्यटक भी इस रास्ते से गुजरते हैं। इसके आसपास लोगों का निवास स्थान भी है और एक छोटा सा बाजार भी है। इस कूड़े के ढेर की वजह से यहां पर रहना मुश्किल हो रहा है और यहां पर बंदर और लंगूर के हमले के भी खतरा बढ़ चुके हैं। यहां पर आए दिन बंदर और लंगूर कूड़े के ढेर के पास आते हैं और इसे फैलाकर चले जाते हैं, आसपास के लोग बंदर को भगाने का प्रयास करते हैं तो बंदर हमलावर होकर लोगों को खदेड़ने लगता है। कूड़े के दुर्गंध और गंदगी के वजह से लोगों को बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है। कई बार हम गांव के लोगों के साथ मिलकर इसकी शिकायत भी की है परंतु विभाग द्वारा हमारी शिकायत पर कोई शुद्ध नहीं ली गई और ना ही कूड़े को साफ किया गया और ना ही इसे हटाया गया। मैं पंचायती राज विभाग उत्तराखंड एवं राज्य वित्त आयोग से अपील करता हूं कि कृपया इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई कीजिए और इस कूड़े के ढेर को यहां से हटाइए अथवा इसके रखरखाव एवं साफ सफाई का ध्यान रखें।