Wrestlers Protest : साक्षी मलिक, बजरंग और विनेश के खिलाफ़ आंदोलन मे उत्तरे सैकड़ों पहलवान
भारतीय कुश्ती संघ को लेकर चल रहे विवाद ने बुधवार को एक नया मोड़ ले लिया, अब तक आंदोलन करने वाले और अपने सम्मान भी लौटाने वाले साक्षी मलिक, विनेश फौगाट, और बजरंग पूनिया के खिलाफ़ ही पर्दशन शुरू हो गया. बुधवार को जंतर-मंतर पर सैकड़ों पहलवान जुटे और उन्होंने इन तीनों का विरोध किया। इन लोगों के हाथों में बैनर भी थी, जिनमें नारे लिखे हैं। इनमें से एक में लिखा था- कर दिया देश की कुश्ती को बर्बाद, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया औऱ विनेश फोगाट। ये जूनियर पहलवान बसों से यूपी, हरियाणा और दिल्ली से आए हैं।
Wrestlers Protest : क्या है पहलवानों की मांग
इन तीनों को अब अपने समुदाय के भीतर का विरोध करना पड़ रहा है और जंतर मंतर पे इकट्ठा लोगों ने उनपर अपना करियर बर्बाद करने का आरोप लगाया है। बुधवार को विरोध करने वालों ने मांग की कि खेल मंत्रालय द्वारा खेल को चलाने के लिए नियुक्त किए गए तदर्थ पैनल को भंग करके निलंबित भारतीय कुश्ती संघ को बहाल किया जाए।
अब जानिए क्या है पहलवानों और कुश्ती संघ के बीच का विवाद
18 जनवरी 2023 को विनेश फौगाट , साक्षी मलिक, और बजरंग पूनिया ने जंतर मंतर पर धरना शुरू किया। इन्होंने उस वक्त कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन शौषण के आरोप लगाए । इसके बाद 23 जनवरी को मैरीकॉम की अगुवाई में पांच सदस्यीय निगरानी समिती गठित की गई
अपने करियर का एक महत्वपूर्ण वर्ष गंवाने पर असंतोष व्यक्त करने के लिए सैकड़ों जूनियर पहलवान बुधवार को जंतर-मंतर पर एकत्र हुए।
पीटीआई की रिर्पोट के अनुसार जूनियर पहलवान ने इस स्थिति के लिए शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, और विनेश फौगाट को जिम्मेदार ठहराया। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से बसों में पहुँचकर, जूनियर पहलवानों ने पुलिस को चकमा दे दिया।
रिर्पोट के अनुसार लगभग 300 पर्दशनकारियो ने छपरौली मे आर्य समाज अखाड़े की यात्रा की जबकि अतिरिक्त प्रतिभागी नरेला में वीरेंद्र कुश्ती अकादमी से आए थे। उनमें से एक बड़ी संख्या बसों में ही रहती है, जो प्रसिद्ध विरोध स्थल पर अधिक पहलवानों के पहुंचने पर उतरकर विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का इरादा रखते हैं।
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दिलचस्प बात यह है कि लगभग एक साल पहले, उसी विरोध स्थल पर, शीर्ष तीन पहलवानों ने अपने अभियान के लिए महत्वपूर्ण समर्थन प्राप्त किया था। उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी के लिए रैली निकाली थी ।
4 मई को बृजभूषण पर FIR दर्ज
25 अप्रैल को पहलवान सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की। 3 मई को पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प हुई। कुछ प्रदर्शनकारियों को सिर में चोटें भी आईं। इसके अगले दिन 4 मई को बृजभूषण पर FIR दर्ज की गई। 7 जून को अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को आश्वासन दिया कि बृजभूषण के खिलाफ पुलिस जांच होगी। इसके बाद विरोध रुका।