राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने हर्षिल में आयोजित वाईब्रेंट विलेज परिचर्चा में ग्रामीणों से की विकास के मुद्दों पर चर्चा-Newsnetra
रिपोर्ट – दीपक नौटियाल
एंकर- राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने हर्षिल में आयोजित ‘वाईब्रेंट विलेज परिचर्चा सम्मेलन‘ में प्रतिभाग करते हुए जिले के सीमांत क्षेत्र के ‘वाईब्रेंट विलेज‘ के ग्रामीणों से भेंट करने के साथ ही विभिन्न मुद्दों पर विचार साझा किए।
सम्मेलन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी स्थानीय महिलाओं के साथ ही सीमांत क्षेत्र के आठ गांवों के निवासियों के साथ विभिन्न मामलों पर चर्चा की । राज्यपाल ने हर्षिल क्षेत्र एवं नेलांग-जादुंग के प्राकृतिक सौंदर्य को अनुपम व अद्वितीय बताते हुए इस क्षेत्र की सांस्कृतिक परंपराओं एवं सामाजिक परिवेश की प्रशंसा की। राज्यपाल ने इस क्षेत्र में खेती-बागवानी, पर्यटन तथा तीर्थाटन के क्षेत्र में विद्यमान संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हर्षिल क्षेत्र को सेब उत्पादन का सिरमौर बनाने के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि गंगा व यमुना के उद्गम क्षेत्र वाले उत्तरकाशी जिले में साल-दर-साल तीर्थयात्रियों का आवागमन बढता जा रहा है। जिले में पर्यटन से संबंधित गतिविधियां भी बढती जा रही है। प्रशासन के द्वारा 25 से अधिक नए ट्रेक रूट विकसित किए जाने की तैयारी की जा रही है। सीमांत क्षेत्र के नेलांग-जादुंग गांवों को आबाद करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए जादुंग में होम स्टे बनाने की योजना शुरू कर दी गई है। इन गांवों को इनर लाईन की पाबंदियों से मुक्त किये जाने का प्रस्ताव है। वाईब्रेंट विलेज योजना के तहत इस सीमांत क्षेत्र के गांवों को संवारने का काम किया जा रहा है। ताकि इस सीमांत क्षेत्र की जीवंतता एवं समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित रखा जा सके। उन्होंने ग्रामीणों और खासकर युवाओं का आह्वान किया कि बड़े सपने देखें और उन्हें साकार करने के लिए संकल्पबद्ध हो जुट जांय। सरकार उन्हें पूरा सहयोग व समर्थन देने को तत्पर है।
राज्यपाल ने क्षेत्र की महिला समूहों के प्रयासों को सराहनीय बताते हुए कहा कि देश में अब बदलाव का नया दौर देखने को मिल रहा है। महिलाएं हर क्षेत्र में मजबूती से योगदान देकर उल्लेखनीय सफलताएं अर्जित कर रही हैं और इस प्रयासों को सरकार पूरा समर्थन व प्रोत्साहन मिल रहा है। राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं के जीवन में बेहतर बदलाव लाने वाले इस दौर को अब कोई भी ताकत रोक नहीं सकती है। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड की महिलाएं सामर्थ्य और संभावनाओं से परिपूर्ण हैं। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर राज्य की महिलाएं समाजार्थिक नजरिए से क्रांतिकारी बदलाव ला रही हैं। राज्य के महिला समूहों का पिसा नमक दुनिया भर के विभिन्न हिस्सों में लोकप्रिय हो रहा है।