वृद्धा पेशन बनवाने के नाम पर धोखाधाड़ी का फरार एक आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार-Newsnetra
हरिद्वार। वृद्धा पेंशन बनाने के नाम पर कूट रचित दस्तावेज के आधार पर मकान का दानपात्र बनवाकर अपने नाम कराने वाले फरार आरोपी को ज्वालापुर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। घटना के सम्बंध में पीड़ित की ओर से एक साल पूर्व चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी कर मकान कब्जाने तथा गाली गलोच कर जान से मारने की धामकी देने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने फरार आरोपियों में एक आरोपी को सूचना पर दिल्ली से दबोच लिया। जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। रेल चैकी प्रभारी ऋषिकांत पटवाल ने बताया कि महावीर चित्तौड़िया पुत्र स्व. छत्रपाल निवासी नवोदय चैक शिवालिक गंगा विहार रोशनाबाद हरिद्वार ने 23 नवम्बर 23 को तहरीर देकर कोतवाली ज्वालापुर में तहरीर देकर शिकायत दर्ज करायी थी। शिकायत में कहा गया था कि वह जड़ी-बूड़ी बेचने का काम अलग-अलग क्षेत्र में घूमकर करता है। उसने वर्ष 2010 में एक प्लाट अपनी मां श्रीमती मुनहेरी देवी उम्र 78 वर्ष के नाम से खरीदा था। प्लाट पर उसके द्वारा वर्ष 2014 में मकान का निर्माण कराया गया था। उसके द्वारा काम के सिलसिले में अधिकतर बाहर होने का फायदा शिवा सिंह पुत्र मुरली, राहुल निवासीगण नवोदय चैक शिवालिक गंगा विहार रोशनाबाद हरिद्वार, गुल्ली पुत्र अच्छी सिंह और प्रदीप पुत्र निर्मला निवासीगण रोशनाबाद हरिद्वार ने उठाकर षड़यंत्र के तहत उसकी बूढी मां को वृद्धा पेशन बनाने का सांझा देकर उक्त मकान का दानपात्र ज्वालापुर प्रांगण स्थित उप निबंधाक कार्यालय हरिद्वार में 18 जुलाई 2023 को पंजीकृत कराया। जिसमें प्रदीप कुमार पुत्र छत्रपाल का फर्जी आधाार कार्ड तैयार कर उसका बड़ा भाई दर्शाते हुए अपने नाम करा लिया था। उक्त दानपात्र में कूट रचना कर गवाह प्रदीप कुमार पुत्र छत्रपाल अंकित कराया गया था। जबकि प्रदीप कुमार के पिता का असली नाम निर्मला है। जिसकी जानकारी मिलने पर उसके द्वारा शिवा सिंह, राहुल, गुल्ली और प्रदीप कुमार से मिलकर उनकी साजिश का विरोधा करते हुए पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने को कहा गया था। आरोप हैं कि उक्त चारों लोगों ने उसके साथ गाली गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस ने पीडित की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। सूचना पर पुलिस ने एक आरोपी शिवा सिंह पुत्र मुरली को रोहिणी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। फरार आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में रेल चैकी प्रभारी ऋषिकांत पटवाल, कांस्टेबल संदीप कुमार और कांस्टेबल नवीन छेत्री शामिल रहे।