Viral Audio: पीड़ित युवती ने महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग के CHL (1098) पर लगाए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप-Newsnetra
CHL (1098) के विभाग में प्रशासिका के खिलाफ गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। यह आरोप विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा लगाए गए हैं, जिन्होंने प्रशासिका पर मानसिक उत्पीड़न, गैरकानूनी रूप से पैसे मांगने और अन्य कदाचार का आरोप लगाया है। इन कर्मचारियों का कहना है कि उनका उत्पीड़न इस हद तक हुआ कि कई ने नौकरी छोड़ने का निर्णय ले लिया है।
प्रशासिका द्वारा कथित उत्पीड़न
कर्मचारियों का आरोप है कि प्रशासिका द्वारा आउटसोर्स कंपनी के नाम पर कर्मचारियों से पैसे मांगे गए हैं, जिसका सबूत कॉल रिकॉर्डिंग के माध्यम से उपलब्ध है। कुछ कर्मचारियों ने इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों तक भी पहुंचाई है, लेकिन अभी तक उचित कार्रवाई नहीं की गई है।
मीडिया में मामला उठाने की तैयारी
इस मामले को लेकर कई कर्मचारी अब मीडिया में इस मुद्दे को उठाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि जनता को इस भ्रष्टाचार के बारे में जानकारी दी जाए ताकि प्रशासन इस मामले में कठोर कदम उठाए। कर्मचारियों का कहना है कि यह मामला केवल प्रशासिका तक सीमित नहीं है; बल्कि उन्हें लगता है कि पूरा विभाग ही इस भ्रष्टाचार में लिप्त हो सकता है।
विभागीय अधिकारियों पर आरोप
कर्मचारियों का कहना है कि CHL (1098) के अधिकारी भी प्रशासिका का समर्थन कर रहे हैं और उसे इस मामले में बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे यह प्रतीत होता है कि शायद पूरा विभाग इस भ्रष्टाचार में शामिल हो सकता है। इस प्रकार के आरोप विभाग की साख और विश्वासनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं, और कर्मचारियों में असंतोष की भावना को बढ़ा रहे हैं।
कार्यवाही की मांग
इस मामले में सुंदर सिंह रावत, जो कि रायपुर, देहरादून से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी भी रह चुके हैं, ने अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि यदि इस मुद्दे पर शीघ्र कदम नहीं उठाए गए तो मजबूरन कर्मचारियों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन पर होगी।