अवैध रूप से संचालित हुक्का बार, पब और रेस्टोरेंट्स के लाइसेंस रद्द करने की मांग-Newsnetra
उक्रांद युवा प्रकोष्ठ ने जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन
देहरादून। दून को अवैध हुक्का बार, पब, रेस्टोरेंट, ड्रग्स के अवैध रूप से संचालित हो रहे हुक्का बार, पब और रेस्टोरेंट के लाइसेंस रद्द किए करने, इनके मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने और नाबालिगों की सुरक्षा के लिए कठोर कार्रवाई करने की मांग को लेकर उप जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया। यहां आज उक्रांद युवा प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष देहरादून प्रवीन चंद रमोला के नेतृत्व में उप जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें ज्ञापन दिया। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष प्रवीन चंद रमोला ने कहा कि देहरादून, जिसे कभी शिक्षा के केंद्र और शांत वातावरण के लिए जाना जाता था, आज तेजी से नशे और अनैतिक गतिविधियों का गढ़ बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति न केवल समाज के नैतिक ताने-बाने को कमजोर कर रही है, बल्कि युवाओं के भविष्य पर भी गंभीर खतरा पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि दून में अवैध हुक्का बार, पब और ड्रग्स माफियाओं का बढ़ता नेटवर्क, साथ ही स्कूल-कॉलेजों के निकट खुलेआम नियमों का उल्लंघन, दुर्घटनाओं और अपराधों में वृद्धि का प्रमुख कारण बन रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए कौलागढ़ रोड के ओएनजीसी चैक पर इनोवा हादसे जैसी घटनाएं प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक चेतावनी हैं कि अगर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो यह स्थिति और गंभीर हो सकती है। उन्होंने कहा कि दून में अवैध हुक्का बार और पब धड़ल्ले से चल रहे हैं और जिनमें अधिकतर स्कूल और कॉलेजों के आसपास स्थित हैं। ये स्थान आज नशे और अनैतिक गतिविधियों के अड्डे बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि इन जगहों पर चरस, स्मैक, गांजा, ड्रग पेपर और अन्य नशीले पदार्थ खुलेआम बेचे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई पब रात में तय समय सीमा 11 बजे के बाद भी संचालित होते हैं वहीं सुबह चार बजे तक चलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि यह गतिविधियां उत्तराखंड आबकारी अधिनियम, 2012 और अन्य प्रासंगिक कानूनों का उल्लंघन करती हैं, इन पबों और हुक्का बारों के लाइसेंस तुरंत रद्द किए जाएं, और उनके मालिकों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर युवा प्रकोष्ठ के महानगर महामन्त्री मनीष रावत ने कहा कि कई रेस्टोरेंट और होटल दिनदहाड़े शराब परोसते हैं, जिससे न केवल आबकारी कानूनों का उल्लंघन होता है, बल्कि सरकार के राजस्व को नुकसान भी होता है। उन्होंने कहा कि शराब परोसने की इस अनियमितता के कारण युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है, और कई बार बड़े अपराध और दुर्घटनाएं हो रही हैं। इस अवसर पर अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।