स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की समीक्षा: शौचालय निर्माण और ठोस कचरा प्रबंधन पर जोर-Newsnetra
दो दिवसीय भ्रमण पर उत्तराखण्ड आए संयुक्त सचिव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय श्री जितेंद्र श्रीवास्तव की सचिव पेयजल उत्तराखण्ड शासन तथा संबंधित अधिकारियों के साथ स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के संबंध में सचिवालय में समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की समीक्षा के दौरान संयुक्त सचिव जल शक्ति मंत्रालय द्वारा अपेक्षा की गई कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत संख्या में शौचालय बनाने तथा ठोस कचरे का प्रबंधन ग्राम स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि जितनी भी स्वच्छता से संबंधित संरचनाएं पहले से बनी हुई हैं, उनका ठीक तरह से रखरखाव और संचालन सुनिश्चित किया जाए।
इसके लिए ग्राम स्तर पर यूजर चार्जेज भी लिया जाए तथा सभी पंचायतें अपना स्वच्छता प्लान भी बनाएं।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण से जुड़े हुए उत्तराखण्ड के अधिकारियों ने संयुक्त सचिव जल शक्ति मंत्रालय को अवगत कराया कि प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण – 2) कोविड काल एवं अन्य कारणों से पूर्ण नहीं किया जा सका, जिसके चलते स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण- 2) की अवधि को 1 वर्ष के लिए विस्तारित (2025 – 26 तक) किया गया है। विस्तारित अवधि के उपरांत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज – 3 को 2026- 27 से स्वीकृत किया जाएगा।
बैठक में सचिव पेयजल श्री शैलेश बगौली, निदेशक स्वजल श्री युगल किशोर पंत, संयुक्त निदेशक पंचायतीराज श्रीमती हिमाली जोशी, इकाई समन्वयक स्वजल श्री सुनील तिवारी व श्री अनुज कौशिक सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।