उत्तराखंड पुलिस का बड़ा एक्शन: 591 ड्रग तस्कर गिरफ्तार, 24.25 करोड़ के मादक पदार्थ जब्त-Newsnetra


उत्तराखंड पुलिस ने राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने बीते दो महीनों में कुल 591 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 24.25 करोड़ रुपये मूल्य के 936.56 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किए हैं।
डीजीपी की सख्त कार्रवाई, अपराधियों पर कसा शिकंजा
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) दीपम सेठ के निर्देश पर कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं रेंज के सभी SSP/SPs के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राज्य में अपराध पर नियंत्रण के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए।
मादक पदार्थ तस्करों पर बड़ी कार्रवाई
विशेष अभियान के दौरान पुलिस ने 427 मुकदमे दर्ज किए और ड्रग तस्करी में संलिप्त अपराधियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। इसके साथ ही,
- 26 अपराधियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध किया गया।
- 15 अभियुक्तों की 1.74 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की गई।
- अभियान को अब 31 मार्च, 2025 तक विस्तारित करने का निर्णय लिया गया है।
अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान
डीजीपी ने प्रदेश के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए 1 माह का विशेष अभियान चलाया जाए, जिसमें—
- वांछित अपराधियों एवं इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- गंभीर मामलों में लापरवाही बरतने वाले थानाध्यक्षों और चौकी प्रभारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
- लंबित विवेचनाओं की थाना-वार समीक्षा कर निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा।
- पुलिस की दृश्यता (Visibility) बढ़ाने के लिए रात्रि गश्त, पैट्रोलिंग, और चेकिंग अभियान तेज किए जाएंगे।
समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारी
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरूगेशन, ADG प्रशासन एवं अभिसूचना ए. पी. अंशुमान, IG अभिसूचना कृष्ण कुमार वी.के., IG अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तराखंड पुलिस का कड़ा संदेश
उत्तराखंड पुलिस का यह अभियान राज्य में नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डीजीपी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाए और मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस की यह सक्रियता राज्य में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करेगी तथा नशे के खतरे से युवाओं को बचाने में सहायक होगी।