चारों धामों की रक्षक देवी के नाम से विख्यात धारी देवी मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ा-Newsnetra
चैत्र नवरात्रि के अवसर पर मां के शक्ति पीठों में भक्तों का हूजुम उमड़ना शुरू हो गया है. नौ दिनों तक मां के विभिन्न स्वरूपों को पूजा जायेगा. इस बीच उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल स्थित प्रसिद्व सिद्वपीठ धारी देवी मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्वालु पहुंच रहे हैं.
धारी देवी मंदिर में श्रद्वालु वैसे तो हमेशा पहुंचते हैं, लेकिन नवरात्रों के समय यहां बड़ी संख्या में श्रद्वालु माता रानी के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. यहां मां के काली स्वरूप की पूजा अर्चना होती है.
अलकनंदा के बीचों बीच कत्यूरी शैली में बना मॉ धारी देवी का मंदिर भव्य है. जो अपने आप में एक आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन देश विदेश से श्रद्धालु धारी देवी मंदिर पहुंच रहे हैं मंदिर में सुबह 5 बजे से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था, जो दोपहर तक लगातार बना हुआ है
धारी देवी मंदिर के पुजारी रमेश चंद पांडेय ने बताया आज सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में लगी हुई है. इसकी व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस की मदद ली जा रही है. मंदिर में चार लाइनों के जरिये भगवती के दर्शन करवाये जा रहे हैं.
तीन बार रूप बदलती है धारी देवी: मंदिर के पुजारी और स्थानीय लोग बताते हैं कि देवी मां का रूप दिन में तीन बार अलग-अलग प्रकार का देखने को मिलता है. मंदिर में सुबह के समय मां धारी देवी की मूर्ति एक कन्या की तरह नजर आती है. दोपहर के समय वह मूर्ति एक युवती के रूप में नजर आने लगती है. शाम के समय में मां धारी देवी की मूर्ति एक बूढ़ी महिला के रूप में आती है.