देहरादून-हिमाचल सीमा पर पुल निर्माण ठप, कब मिलेगा समाधान ?-Newsnetra
देहरादून के पछुवां दून के भीमावाला क्षेत्र में बना यह पुल अधूरा विकास और सीमावर्ती समन्वय की कमी का प्रतीक बन गया है। उत्तराखंड में यह पुल पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में शुरू हुआ था और राज्य की सीमा तक निर्माण कार्य पूरा भी हो गया, लेकिन जैसे ही यह हिमाचल प्रदेश की सीमा में पहुंचा, निर्माण कार्य रुक गया। इसका मुख्य कारण था हिमाचल प्रदेश के किसानों द्वारा हाई कोर्ट में दायर याचिका, जिसमें उचित मुआवजा न मिलने की शिकायत की गई थी। उस समय हिमाचल में बीजेपी की सरकार थी, लेकिन किसानों की आपत्ति के चलते काम आगे नहीं बढ़ सका।
अब यह आधा बना पुल शोपीस बनकर रह गया है, जिससे क्षेत्र के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। उत्तराखंड के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने इसे महत्वपूर्ण परियोजना बताते हुए कहा कि “हमारी कोशिश रहेगी कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार से बात कर इस पुल को पूरा कराया जाए।” हालांकि, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उत्तराखंड सरकार के अधिकारी इस मामले में कोई ठोस पहल नहीं कर रहे हैं। अगर यह पुल पूरा हो जाता, तो दोनों राज्यों के सीमावर्ती गांवों के लोगों को बेहतर यातायात सुविधा मिलती और व्यापार एवं कृषि गतिविधियों में भी वृद्धि होती। अब देखना यह है कि क्या भविष्य में यह पुल अपनी अधूरी स्थिति से निकलकर वास्तव में जनता के लिए उपयोगी साबित होगा या फिर यह यूं ही राजनीति और प्रशासनिक जटिलताओं में उलझा रहेगा।

