“अमर उजाला संवाद” में शामिल हुए रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री, मेधावी विद्यार्थियों को किया सम्मानित-Newsnerta


देहरादून, 10 जून 2025:
देश के भविष्य माने जाने वाले युवाओं के उत्साह और प्रतिभा को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित “अमर उजाला संवाद” कार्यक्रम में आज केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया। यह कार्यक्रम देहरादून के एक प्रमुख होटल में आयोजित किया गया था।


इस अवसर पर दोनों नेताओं ने राज्य भर से आए मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। इन विद्यार्थियों को शिक्षा, नवाचार, और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र और सम्मान प्रदान किया गया।
“युवा ही राष्ट्र की असली शक्ति हैं” — राजनाथ सिंह
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा:
“जब हम मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान करते हैं, तो हम केवल उनके व्यक्तिगत योगदान का नहीं, बल्कि एक समृद्ध और सशक्त भारत के भविष्य का भी अभिनंदन करते हैं।”
उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी तकनीकी, नवाचार और नेतृत्व के क्षेत्रों में भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित कर सकती है। अमर उजाला संवाद जैसे कार्यक्रम जन-संवाद और राष्ट्र निर्माण के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
“उत्तराखंड बना रहा है शिक्षा और विकास में नया मानक” — मुख्यमंत्री धामी
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा:
“उत्तराखंड की धरती प्रतिभाओं से भरपूर है। राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है, ताकि हमारे युवा वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी बनें।”
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार डिजिटल शिक्षा, छात्रवृत्तियों और आधुनिक शिक्षण पद्धतियों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है।
संवाद और प्रेरणा का मंच
“अमर उजाला संवाद” एक ऐसा मंच है जहाँ नीति-निर्माताओं, विद्यार्थियों और समाज के विभिन्न वर्गों के बीच सार्थक संवाद स्थापित होता है। इस कार्यक्रम ने राज्य के युवाओं को अपने विचारों को साझा करने और प्रेरणादायक नेतृत्व से सीधे जुड़ने का अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम का समापन उत्साह और प्रेरणा के माहौल में हुआ। सम्मानित छात्र-छात्राएं भविष्य में देश के निर्माण में अपनी भूमिका निभाने को लेकर आश्वस्त दिखे। रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया यह सम्मान न केवल एक पुरस्कार था, बल्कि एक संदेश भी— कि उत्तराखंड के युवा देश का उज्जवल भविष्य हैं।