कलाश्रय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वन मंत्री सुबोध उनियाल व कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने किया सम्मानित
देहरादून में गान सरस्वती पद्मविभूषण किशोरी अमोणकर की स्मृति में आयोजित पांचवें सरस्वती सम्मान समारोह में देश के जाने माने प्रसिद्द गीतकार साहित्यकार प्रसुन्न जोशी, शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में प्रसिद्द गायिका रुचीरा केदार, वाईलन वादक असगर हुसैन, पद्मविभूषण डॉक्टर सोनल मानसिंह, डॉक्टर योगी ऐरेन, डॉक्टर डीआर पुरोहित, संगीत की विभागाध्यक्ष रही स्मिता बहुगुणा व मंजू नारायण को वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल व प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने शाल पहनाकर स्मृति चिन्ह व नकद राशि दे कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि संगीत हमारे जीवन में सुकून देता है व नए रंग भर देता है। उन्होंने कहा कि कलाश्रय द्वारा राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों को उत्तराखंड में आमंत्रित करने का जो सिलसिला शुरू किया गया वो सराहनीय है।
इस अवसर पर प्रसिद्द गीतकार प्रसुन्न जोशी ने गान सरस्वती किशोरी जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे विलक्षण प्रतिभा की धनी ऐसी गायिका थीं जिनको सुन कर हमने संगीत की शिक्षा ली व सुरों व गायन की साधना सीखी। उन्होंने कहा कि भाषाओं में सर्वश्रेष्ठ अपनी मातृभाषा होती है और वो हर व्यक्ति के लिए प्रासंगिक है। उन्होंने श्रोताओं व उपस्थित अतिथियों से अपना उत्तराखंड से रिश्ता साझा करते हुए कहा कि वे नरेंद्रनगर व गोपेश्वर में पड़े और उनको गर्व है कि उनकी जड़ें उत्तराखंड में हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व कलाश्रय संस्था के संरक्षक सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कला व साहित्य समाज को जोड़ने का काम करती है और आज सैटलाइट युग में शास्त्रीय संगीत के कलाकारों को मंच पर बुला कर दर्शक व श्रोता जुटाने जैसा कठिन काम कलाश्रय कर रहा है यह बहुत सराहनीय काम है।

