लालकुंआ से शोबेंद्र रावत : नैनीताल जिले में लगातार हो रही बरसात को देखते हुए वन विभाग पुरी तरह से अलर्ट हो गया है। तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी ने विभाग की सभी रेंजों में अवैध लकड़ी व खनन तथा वन्य जीवों के शिकार को रोकने के लिए स्पेशल “वन सुरक्षा दल” का गठन किया है, जो तीन शिफ्टों में काम कर रही है। इसके साथ ही विभाग की सभी रेंजो के जंगलों में कर्मचारियों की गस्त को बढ़ा दिया है ताकि वन तस्करों को पकड़ा जा सके।
बताते चले कि बरसात के मौसम में जंगलों एंव में वन जीव शिकारी एंव लकड़ी तथा अवैध खनन तस्करों की सक्रियता बढ़ जाती है, जिसे देखते हुए तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी ने अपनी सभी रेंजो में लगे वन कर्मियों को अलर्ट कर दिया है। जंगलों में वन तस्करों की घुसपैट को रोकने के लिए विभाग ने स्पेशल “वन सुरक्षा दल” की तैनाती की है जो दिन रात तीन शिफ्टों में काम कर रही है।
इधर पत्रकारों को जानकरी देते हुए तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी के उप प्रभागीय वन अधिकारी अनिल कुमार जोशी ने बताया कि जंगल में अपराध को लेकर वन विभाग लगातार गंभीर है। उन्होंने कहा कि वन तस्करों की धरपकड़ के लिए प्रभागीय वन अधिकारी द्वारा सभी रेंज अधिकारियों और कर्मचारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके आलवा उन्होने कहा कि विभाग की सभी रेंजो में वन विभाग द्वारा स्पेशल” वन सुरक्षा दल”की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि “वन सुरक्षा दल” की टीम लगातार वन अपराधों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा गठित स्पेशल टीम सुबह-शाम, और रात में काम करती है, जिससे वन तस्कारों हड़कम्प मचा हुआ है।
इसके साथ ही उन्होने कहा कि आबादी वाले क्षेत्रो में आने वाले वन्य जीवों को रोकने के लिए सभी क्षेत्रों में ताड़बंदी एवं खाई को दी जा रही है, जिसे वन जीव क्षेत्रों में प्रवेश ना कर सकें। जंगली जानवरों के हमले से लोग बच सकें। उन्होंने वन तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि वन क्षेत्रों में अवैध तस्करी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।