राष्ट्रीय स्तर पर एक रिसर्च सेंटर को खुला मंच बना दिया जाए तो छात्रों को होगी आसानी :दुर्गा वर्मा
सिद्धार्थ लॉ कॉलेज में दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस का हुआ आगाज
देहरादून।सिद्धार्थ लॉ कॉलेज में बुधवार को नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन हुआ। इस दौरान इंस्टीट्यूशन के वाइस चेयरमैन अभिषेक वर्मा ने बताया कि शीर्षक “जुडिशल क्रिएटिविटी: ए बून विद इन द कॉर्नरस्टोन ऑफ कांस्टीट्यूशनलिज्म इन डिजिटल इंडिया” एवं सिद्धार्थ इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी में कॉन्फ्रेंस का शीर्षक “द डिस्कवरी इन फार्मास्यूटिकल रिसर्च एंड इट्स फ्यूचर पर्सपेक्टिवज़” निर्धारित किया गया था। कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य अतिथि वीर माधव सिंह भंडारी उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ० ओंकार सिंह ने दोनों विभागों की कॉन्फ्रेंसज़ के बारे में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों कॉन्फ्रेंसज़ तकनीकी के महत्व पर जोर देती हैं। उन्होंने विधि शिक्षा में टेक्निकल टूल्स को अपनाये जाने की जरूरत बताई। विधिक शिक्षा में तकनीकी को लगातार प्रयोग करने पर जोर दिया जा रहा है। इसलिए विश्वविद्यालयअपने विधिक शिक्षा पाठ्यक्रमों में तकनीकी को वरीयता दे रहा है यदि भारत को गुणवत्तापूर्ण ड्रग प्रोडक्शन में अपना स्थान उन्नत करना है तो राष्ट्रीय स्तर पर ड्रग रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए ड्रग नीति में व्यापक बदलाव करने जरूरी होंगे। वही डॉ० सुशील कुमार सिंह ने सरल भाषा शैली में छात्रों को संविधानवादका महत्व को समझाया। उन्होंने तकनीकी का महत्व पर चर्चा करते हुए कहा किउन्नत मोबाइल टेक्नोलॉजी नेपूरे भारत के लोगों के लिए संविधान को समझ ना सुगम बना दिया है। विधिक सेमिनार में डॉ. जयंत सिंह ,डॉ. अर्चना शर्मा, डॉ. रत्नेश श्रीवास्तव, डॉ. गिरीश कुमार कपिल, डॉ. वकार इकबाल, डॉ. फूल सिंह एवं फार्मेसी सेमिनार के विशेष विशेषज्ञों डॉ संदीप चौधरी डॉ विनोद तिवारी डॉक्टर अजय शर्मा डॉक्टर आर्य लक्ष्मी मेरी शेट्टी ने तकनीकी सत्र को चेयर किया। कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए संस्थान के चेयरमैन दुर्गा प्रसाद वर्मा ने राष्ट्रीय स्तर पर एक एकीकृत रिसर्च सेंटर बनाए जाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि अलग-अलग संस्थानों में छोटे स्तर पर रिसर्च करने के सकारात्मक परिणाम नहीं होते यदि राष्ट्रीय स्तर पर एक रिसर्च का खुला मंच बना दिया जाए तो इससे शोधार्थियों को रिसर्च करने में आसानी होगी और इसके सकारात्मक परिणाम भी मिलेंगे। इस अवसर पर एडमिन डायरेक्टर के त्यागी, प्राचार्य डॉ. शराफत अली, प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार पूर्वीया, विभिन्न राज्यों से आए प्रतिभागी, प्रोफेसर्स एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।