उत्तराखंड निकाय चुनाव: कांग्रेस में बगावत पर सख्त कार्रवाई, 6 साल के लिए 15 बागी नेताओं को पार्टी से निष्कासित-Newsnetra
देहरादूनः उत्तराखंड निकाय चुनावों में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों के ख़िलाफ़ बगावत करने वालों पर देर से जी सही एक्शन का चाबुक चल ही गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल इन तमाम नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के सोशल मीडिया सलाहकार अमरजीत सिंह ने बताया कि जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों के अनुरोध पर यह एक्शन लिया गया है।
इसके तहत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा द्वारा रुड़की में मेयर पद के खिलाफ अपनी पत्नी को बागी के रूप में चुनाव लड़ा रहे पूर्व मेयर यशपाल राणा, रूद्रप्रयाग से बागी उम्मीदवार संतोष रावत, उखीमठ से बागी उम्मीदवार कुब्जा धर्मवाण, नगर पालिका बागेश्वर से बागी कवि जोशी, कोटद्वार में बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे कांग्रेस पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष महेन्द्र पाल सिंह रावत, ऋषिकेश नगर निगम में बागी उम्मीदवार दिनेशचन्द मास्टर एवं महेन्द्र सिंह, चमोली जनपद के गौचर से बागी उम्मीदवार सुनील पंवार, कर्णप्रयाग से गजपाल लाल सैनी, अनिल कुमार एवं अनीता देवी, गैरसैण से पुष्कर सिंह रावत, पीपलकोटी से आरती नवानी, टिहरी के नगर पालिका चम्बा से बागी प्रीति पंवार, घनसाली से विनोद लाल शाह एवं नगर पालिका टिहरी से भगत सिह नेगी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।


अमरजीत सिंह ने यह भी जानकारी दी कि इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा पिथौरागढ़ विधायक मयूख महर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए केन्द्रीय नेतृत्व से आग्रह किया गया है। साथ ही युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव ऋशेन्द्र महर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने के लिए युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संस्तुति की गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक अनुशासित संगठन है तथा इसमें यदि अनुशासनहीनता होती है तो उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। माहरा ने स्पष्ट किया है कि जो भी नेता या कार्यकर्ता पार्टी अनुशासन की लाइन पार करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।