एम्स ऋषिकेश विस्तार की राह में अटकी 200 एकड़ भूमि, मरीजों की बढ़ती संख्या चुनौती-Newsnetra
उत्तराखंड के प्रमुख चिकित्सा संस्थान एम्स ऋषिकेश का विस्तार अभी तक भूमि अधिग्रहण के अभाव में रुका हुआ है। छह साल पहले की गई घोषणा के बावजूद एम्स को 200 एकड़ भूमि नहीं मिल पाई है, जो इसके विस्तारीकरण के लिए महत्वपूर्ण है। 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकेश स्थित आईडीपीएल क्षेत्र में 200 एकड़ भूमि एम्स के लिए आवंटित करने का ऐलान किया था, और इस प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी भी मिल चुकी थी। लेकिन अब तक यह भूमि उपलब्ध नहीं हो सकी है, जिससे एम्स का विस्तार रुका हुआ है।
एम्स की बढ़ती मरीज संख्या और बेड की कमी
एम्स ऋषिकेश में प्रतिदिन लगभग 2500 से 3000 मरीज ओपीडी में आते हैं और 150 से 200 मरीज रोजाना भर्ती होते हैं। संस्थान में केवल 900 बेड की सुविधा है, जो इतनी बड़ी संख्या के मरीजों के लिए अपर्याप्त साबित हो रही है। विशेषकर आकस्मिक विभाग में मरीजों को कई बार स्ट्रेचर या व्हीलचेयर पर इलाज कराने की स्थिति बनती है, जो एक बड़ा मुद्दा है। यदि भूमि उपलब्ध हो जाती, तो विस्तारीकरण के तहत बेड की संख्या 3000 तक बढ़ाई जा सकती थी।
भूमि आवंटन में उम्मीदें और चुनौतियाँ
पिछले कुछ सालों में कई अवसर ऐसे आए जब एम्स को भूमि मिलने की उम्मीद जगी। वन विभाग की लीज समाप्त होने के बाद, आईडीपीएल कॉलोनी को खाली कराए जाने की प्रक्रिया में 833 एकड़ भूमि में से 200 एकड़ भूमि एम्स को देने की संभावनाएं बनी थीं। इसी वर्ष अप्रैल में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के लिए ऋषिकेश आए, तब भी उम्मीद थी कि वह भूमि आवंटन पर कुछ घोषणा करेंगे। हालाँकि, यह अभी भी लंबित है।
भूमि आवंटन के लिए उठाए गए कदम
इस भूमि के आवंटन के लिए राज्य सरकार और विभिन्न विभागों द्वारा कई कदम उठाए गए, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख घटनाएं शामिल हैं:
1. 2018 – मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 200 एकड़ भूमि एम्स को देने की घोषणा की।
2. 12 मई 2020 – राज्य सरकार ने 200 एकड़ भूमि एम्स को देने की संस्तुति दी।
3. मार्च 2019 और 7 फरवरी 2023 – शासन के विभिन्न स्तरों पर एम्स निदेशक, डीएफओ देहरादून, और अन्य विभागों के बीच पत्राचार हुआ, जिसमें भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए।
4. 14 दिसंबर 2023 – केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री और सांसद अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भूमि हस्तांतरण में तेजी लाने के लिए निर्देश जारी करने का आग्रह किया।
एम्स के विस्तारीकरण की योजनाएँ
एम्स के विस्तार के तहत कई प्रमुख सुविधाएं जोड़ी जानी हैं, जो इस प्रकार हैं:
उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र
कैंसर सेंटर
हार्ट एवं लंग्स सेंटर
ट्रांसप्लांट सेंटर
नेत्र विज्ञान केंद्र
अंतरराष्ट्रीय सिमुलेशन केंद्र
फार्मेसी संस्थान
दंत चिकित्सा महाविद्यालय
कार्डियक सेंटर
तंत्रिका विज्ञान केंद्र
माउंटेन मेडिसिन यूनिट
एकेडमिक और प्रशासनिक ब्लॉक
निष्कर्ष
भूमि आवंटन के अभाव में एम्स ऋषिकेश का विस्तार रुका हुआ है, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी बनी हुई है। राज्य सरकार और केंद्र के बीच आवश्यक समन्वय से इस भूमि का हस्तांतरण शीघ्र हो सके, तो क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।

