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Aiims Rishikesh News. एम्स ऋषिकेश कैम्पस में शनिवार को सैम्पल लेने के लिए पहुंचे एक संदिग्ध व्यक्ति को सुरक्षाकर्मियों द्वारा पकड़ लिया गया। आवश्यक पूछताछ के बाद मामला संदिग्ध नजर आने पर उसे कानूनी कार्रवाई हेतु पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
संदिग्ध व्यक्तियों की धरपकड़ के लिए इन दिनों एम्स का सुरक्षा विभाग संस्थान में आने जाने वाले लोगों पर पैनी नजर रख रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को एम्स के सुरक्षाकर्मियों की नजर एक ऐसे व्यक्ति पर पड़ी जो मरीजों का ब्लड सैम्पल लेने के लिए अस्पताल परिसर में घूम रहा था। सुरक्षाकर्मियों ने जब बाह्य क्षेत्र के इस संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की गई , तो वह सुरक्षाकर्मियों को गुमराह करते हुए एक रेजिडेंट डाॅक्टर का हवाला देने लगा।
मामला संदिग्ध महसूस होने पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा यह विषय संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी गौरव बडोला के संज्ञान में लाया गया। जानकारी देते हुए एम्स के प्रशासनिक अधिकारी गौरव बडोला ने बताया कि जिस रेजिडेंट डॉक्टर का नाम वह व्यक्ति बता रहा था, उस नाम का कोई भी चिकित्सक एम्स में नहीं है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाकर्मियों द्वारा जब पकड़े गए व्यक्ति से विस्तृत पूछताछ की गई तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। यह पूछने पर कि सैंपल लेने किस व्यक्ति द्वारा बुलाया गया था, इस बारे में उसके द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।
उन्होंने बताया कि मामला संदिग्ध नजर आने पर संबन्धित व्यक्ति को एम्स पुलिस चौकी के हवाले कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया गया है। गौरतलब है कि बीते रोज भीे एम्स के सुरक्षाकर्मियों द्वारा संस्थान परिसर स्थित गुरुद्वारा लंगर क्षेत्र में चोरी करते हुए 2 लोगों को पकड़ा गया था।
उल्लेखनीय है कि एम्स में भीड़भाड़ का फायदा उठाकर कई प्रकार के संदिग्ध लोग स्वयं को संस्थान का कर्मचारी बताकर कर लोगों को गुमराह करते हुए पाए गए हैं। इस मामले में संस्थान की ओर से समय-समय पर ऐसे फर्जी लोगों से सचेत रहने और गुमराह नहीं होने की अपील की जाती रही है। उधर पिछले कुछ समय से चोरी आदि की शिकायत मिलने पर संस्थान के सुरक्षाकर्मी सादीवर्दी में संदिग्धों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
संस्थान के जनसम्पर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि संस्थान की छवि धूमिल करने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा और ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।