चंद्रशेखर आजाद कॉलोनी, गोविंदगढ़ (नदी पार वाले) देहरादून का आम सार्वजनिक रास्ता जबरन बंद कर 200 परिवारों की जिंदगी खतरे में लाने के संदर्भ में।
विनम्र निवेदन के साथ आपकेसंज्ञान में लाना चाहता हूं कि चंद्रशेखर आजाद कॉलोनी (नदी पार गोविन्द गढ़ निवासी) जो नदी पार लगभग पिछले 35 सालों से 200 परिवार रहते चले आये हैं और आने जाने के लिए एक मात्र रास्ता जो नदी से होकर गुजरता है और पिछले 35 सालों से लगातार वही रास्ता उपयोग में लाया जा रहा था, गत कुछ समय पहले चंद्रशेखर आजाद कॉलोनी नदी पर गोविंदगढ़ देहरादून में आने जाने वाले रास्ते को उक्त कॉलोनी के दूसरे खंड के रहवासी हिना खान (मो. नं.- 7088439586), हारुण खान, शुभम (मो. न.7060795103), चांद अब्बासी, राखी, कुसुम (मो. न.8126080451), वैशाली, राखी के पति व अन्य लड़कों द्वारा जबरन गेट पर ताला लगा कर बंद कर दिया गया है। जिस कारण नदी पार गोविद गढ़ के रहने वालों का रास्ता बांधित हो गया। बस्ती वालों द्वारा जब ताला खोलने के लिए आग्रह कर ताला खोलने के लिए कहा गया, तो बस्ती के उस पार रहने वाले उक्त लोगों ने नदी पार गोविंदगढ़ वालों के साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी एवं गाली गलौज की, जिस हमले में नदी पार के कुछ लोगों चोटिल भी हुए। चोटिल लोगों ने जब पुलिस में शिकायत की तो बिंदाल चौकी से मदद मिलने के बजाये उल्टा उन्हें डराया गया।
महोदय, बस्ती का एक व्यक्ति अचानक चोटिल हुआ जिसे एमरजेंसी में अस्पताल ले जाना था परन्तु ताला लगा होने के कारण बहुत समस्या हुई। पुलिस द्वारा इस पर कोई कार्रवाई न करतेहुए अपना पल्ला झाड रही है l
इन लोगों द्वारा जबरदस्ती गेट लगा दिया गया है जिससे 35 साल पुराना रास्ता बंद हो चुका है और कॉलोनी वासियों के लिए आने-जाने में बहुत दिक्कतें हो रही है।
पूर्व पार्षद से जब बस्तीवालों ने बात कर ताला खुलवाने का आग्रह किया तो उसने ये कहकर कि “रास्ता बंद करने का आदेश जिलाधिकारी साहब से आया है” कुछ भी मदद करने से मना कर दिया।
महोदय गरीबों की सुनने वाला कोई नहीं है। हमें आपसे बहुत उम्मीद है। हमारा अनुरोध है कि कृपया जबरन बंद किये रास्ते को तत्काल खुलवाकर गरीब बस्ती वालों की मदद करने की कृपा करें और ताले की यह वजह भविष्य में किसी ख़ूनी संघर्ष में न बदल जाए इसकी गंभीरता को ध्यान में रखते हुए तत्काल प्रभावी कार्यवाही को अमल में लाएं। जिससे पीड़ितों को राहत मिल सके।

