हरिद्वार से संवाददाता मनिता रावत : हरिद्वार में गंगा जी में और गंगा जी के किनारे खनन की विभीषिका लंबे समय से रही है, लेकिन अभी नए एसएसपी साहब के आने के बाद से और विनय शंकर पांडे के जाने के बाद विभीषिका ऐसी हो गई है कि सभी पुराने रिकॉर्ड टूट गए हैं। खनन प्रभावित क्षेत्रों में रात में सैकड़ो जेसीबी अवैध ढंग से खनन कर रहे हैं जिसकी सूचना जिला खनन अधिकारी को दी जाती है लेकिन उन्होंने हमें व्हाट्सएप पर लिखित में कह दिया कि वे क्या करें पुलिस ही उनकी रेकी करवा रही है ।
एक वीडियो ऐसा भी उपलब्ध है जिसमें रात में अवैध खनन का माल ले जा रहे ट्रैक्टर ट्रक वालों को बिना रवन्ना माल ले जाने के लिए जब खनन अधिकारी की टीम रोकती है तब वह उन्हें अपनी दलील दे रहे हैं कि हम तो केवल ट्रांसपोर्ट वाले हैं आप उन्हें पकड़िए जो माल बेच रहे हैं । यानी वह चोरी का माल ट्रांसपोर्ट कर रहे हैं और खुलेआम कह रहे हैं कि हम कर रहे हैं लेकिन हमें मत पकड़ो । ऐसा उत्तराखंड में ही संभव है, पुष्कर सिंह धामी की माफियागिरी में संभव है और अशोक कुमार के संरक्षण में ही संभव है । वरना ऐसा “न भूतो न भविष्यति”।
वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि खनन अधिकारी की गाड़ी को ट्रांसपोर्टरों ने घेर लिया है, ट्रक ट्रैक्टर माल लेकर सामने से निकल रहे हैं, पुलिस सामने ही खड़ी है लेकिन ऐसा स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि पुलिस को दिशा निर्देश है कि इसमें कोई कार्यवाही न करें। अभी वर्तमान में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखने का भी कोई असर नहीं पड़ रहा है । स्वामी यतीश्वरानंद के बारे में सभी जानते हैं कि वह खनन माफियाओं के सबसे बड़े हितैशी हैं । महाशय पुष्कर सिंह धामी के बारे में भी सब जानते हैं ।
उन्होंने मुख्यमंत्री बनते ही ओम प्रकाश को हटा दिए क्योंकि उससे कुछ दिन पहले जब वे मुख्यमंत्री नहीं थे और ओमप्रकाश के पास कोई गलत काम करवाने आए थे तो उन्होंने मना कर दिया था । तो इस प्रकार उनके संरक्षण में खुलेआम माफियाओं को छूट मिली हुई है लेकिन इस प्रकार की छूट को मातृ सदन कतई बर्दाश्त नहीं करेगी । कल हमने पत्र द्वारा जिला अधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार को इस संबंध में पूरी जानकारी दे दी है।
वीडियो प्रमाण और व्हाट्सएप चैट भी उपलब्ध करवा दिए हैं । पत्र की कॉपी हमने राष्ट्रपति, मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट, राज्यपाल उत्तराखंड शासन, मुख्य न्यायाधीश उत्तराखंड उच्च न्यायालय, मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार, महानिदेशक राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, सचिव वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, सिया के मेंबर सेक्रेटरी को उपलब्ध करवा दी है ।
इससे पूर्व भी हमने सीएम पोर्टल पर फेरुपुर चौकी इंचार्ज के विरुद्ध शिकायत की थी कि वे प्रत्येक रात्रि के ₹ 3 लाख लेकर रात में खनन करवा रहे हैं और अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों को माफिया के फील्डिंग में लगा रहे हैं । लेकिन डीएम और एसपी दोनों ही मौन हैं । हमने स्पष्ट तौर पर उन सभी स्टोन क्रेशर का नाम दिया है जो इस प्रकार के कार्य में लिप्त है – शाकुम्भरी, तिरुपति, नटराज, महाराजा, शिव शक्ति, स्टार पॉली, पाल, माँ गंगा स्टोन क्रेशर – और भी हैं।
हालांकि हरिद्वार में इस वक्त जितने भी स्टोन क्रेशर हैं, सभी अवैध है लेकिन हमने कुछ स्टोन क्रशरों को तत्काल रूप से बंद करने हेतु अनेक बार शिकायत की है जिसे लेकर वाद भी उच्च न्यायालय में लंबित है । लेकिन उसके बावजूद डीएम एसपी इस बात का जवाब नहीं दे रहे हैं कि स्टोन क्रेशर किस प्रकार अवैध ढंग से संचालित हो रहे हैं । इसलिए अब मातृ सदन उन्हें केवल एक सप्ताह का समय देती है कि वे तत्काल इस गंभीर मामले में कार्यवाही सुनिश्चित करें और सभी अवैध ढंग से संचालित हो रहे स्टोन क्रेशरों को बंद करवाएं ।
डीएम एसपी साहब को याद दिलाना चाहेंगे कि उन्होंने संविधान की शपथ ली है इसलिए कानून के तहत कार्यवाही सुनिश्चित करें,अन्यथा मातृ सदन इन सभी को पार्टी बनाकर उचित संवैधानिक फोरम पर जाने के लिए बाध्य होगी ।