लघु उद्योगों व आजीविका संवर्धन के क्षेत्र में हस्तशिल्पियों व बुनकरों के लिये आय सृजन अपार सम्भावनाएं-Newsnetra
आज बुद्धवार को मुख्य विकास अधिकारी एस०एल० सेमवाल ने उद्योग केंद्र द्वारा संचालित बस स्टैंड समीप हिमाद्री एम्पोरियम भवन में हस्तशिल्पियों द्वारा निर्मित काष्ठ कला व ऊनी वस्त्रों के विभिन्न परिधानों का निरीक्षण कर अवलोकन किया।


इस मौके पर उन्होंने कहा कि समृद्ध पहाड़ी कला-कृति जहां पौराणिक विरासत की बहुमूल्य धरोहर है l इस धरोहर को आधुनिक रूप से संवारने के लिए हस्तशिल्पियों व बुनकरों के सार्थक प्रयास विशेष पहचान रखते है l
उन्होंने महाप्रबंधक उद्योग को ऐसे अवसरों को विभिन्न ब्लाॅकों में भी संचालित करने के निर्देश दिये ताकि उद्योग के क्षेत्र में आजीविका गतिविधियों के तहत उद्यमी आय सृजन प्राप्त कर सके l हिमाद्री भवन परिसर में ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के सहयोग से जगन्नाथ देवता आजीविका स्वायत्त सहकारिता द्वारा संचालित पहाड़ी रेस्टोरेंट का भी उन्होंने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि आजीविका कार्यों के तहत महिलाएं आत्मनिर्भर की ओर विशेष रूख कर रही है। अधिक से अधिक महिलाओं को लक्ष्यों के आधार पर लखपति दीदीयों के रूप में सशक्त बनाने के निर्देश, उन्होंने आजीविका महकमें को दिये।


वहीं जोशियाड़ा में बाजार भाव से कम दाम पर किसान मार्ट में स्थानीय फल – सब्जियों का मुख्य विकास अधिकारी ने निरीक्षण किया। उन्होंने स्वरोजगार के क्षेत्र में फल- सब्जियों के साथ स्थानीय पहाड़ी उत्पादों को मार्ट किसान केंद्रों में विपणन व्यवस्थाओं को ओर अधिक प्रभावशाली बनाने के समूहिक प्रयास आजीविका प्रबंधक को दिये।
इस दौरान मुख्य उद्यान अधिकारी डीके तिवारी, महाप्रबंधक श्रीमती शैली डबराल सहित आजीविका से सम्बंधित मिशन मैनेजर उपस्थित रहे

