देहरादून से संवाददाता रितिका पयाल राणा :
सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ संविधान और लोकतंत्र के लिए तीन वामपंथी पार्टियों के संयुक्त जन अभियान” के तहत गोपेश्वर में जन सम्मेलन सम्पन्न हुआ। जन सम्मेलन में तीन कम्युनिस्ट पार्टियों – भारत की कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी – लेनिनवादी) के कार्यकर्ताओं सहित अनेक संगठनों के लोग मौजूद रहे।
जन सम्मेलन में चिपको, छीनो- झपटो जैसे आंदोलनों के नेतृत्वकर्ता और कम्युनिस्ट नेता कॉमरेड धन सिंह राणा के निधन पर उन्हें दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गयी.
जन सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए भाकपा(माले) के राज्य सचिव इन्द्रेश मैखुरी ने कहा कि अशफाकउल्ला की जयंती के मौके पर आज यह कार्यक्रम हो रहा है. देश के लिए रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाकउल्ला एक साथ फांसी पर चढ़े देश की साझी शहादत और साझी विरासत को बचाने और बुलंद करने की जरूरत है.
जो संविधान आजादी के आंदोलन के समानता और एकजुटता जैसे मूल्यों का प्रतिनिधित्व करता है, उसे उलट कर देश को धार्मिक वर्चस्व वाले कट्टरपंथी फासिस्ट देश में बदलने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
एक तरफ मुख्यमंत्री दुबई और संयुक्त अरब अमीरात से निवेश लाने के नाम पर शेखों को गले लगा रहे हैं और अपने राज्य के भीतर लव जेहाद- लैंड जेहाद के नाम पर घृणा फैलाने की अगुवाई कर रहे हैं.
सांप्रदायिक उन्माद के साथ ही जातीय भेदभाव और हिंसा की घटनाएं भी बढ़ी बीते बरस जगदीश हत्याकांड से लेकर हाल में बागेश्वर में हुई दलित युवक की हत्या तक, सब इस बात की गवाही दे रहे हैं कि समाज के कमजोर तबकों का जीवन नफरत की राजनीति छीन रही है.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए माकपा के राज्य सचिव राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में भाजपा की कलई खुल चुकी है, मंहगाई, बेरोजगारी के मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही, इसलिए वह सत्ता में बने रहने के लिए धार्मिक विभाजन के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है। जो भाजपा भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ने का दावा करके सत्तासीन हुई थी.
आज उसके भ्रष्टाचार की कलई कैग ने खोल दी है। द्वारका एक्स्प्रेस वे 18 करोड़ प्रति किलोमीटर में बनना था 250 करोड़ रुपए प्रति किलोमीटर में बन रहा है। आयुष्मान भारत योजना के साढ़े सात लाख लाभार्थी एक ही नंबर से लिंक अयोध्या विकास परियोजना में ठेकेदारों को करोड़ों रुपए का अनुचित लाभ पहुंचाया गया विभिन्न पेंशन योजनाओं का करोड़ों रुपया प्रचार में खर्च किया.
उत्तराखंड में अतिक्रमण हटाने के अभियान को सांप्रदायिक घृणा फैलाने के अभियान के तौर पर राज्य सरकार ने चलाया। आज यह अभियान पहाड़ में छोटे छोटे बाजारों में भी लोगों की आजीविका छीनने का साधन बन गया है। यही भाजपा की असलियत है, धार्मिक घृणा फैला कर वह गरीबों का सब कुछ छीन लेना चाहती है।
जन सम्मेलन को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य गिरीश चंद्र आर्य और सेवानिवृत्त प्रवक्ता पुष्कर लाल बैचवाल ने कहा कि आज जिस तरह की परिस्थितियों से हमारा देश और राज्य जूझ रहा है ऐसे में लोकतंत्र, संविधान, बहुलतावादी सांस्कृतिक विरासत, आजादी आन्दोलन के मूल्य में विश्वास रखने वाले लोगों का सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ खड़ा होना बेहद जरूरी है।
जन सम्मेलन में सांप्रदायिक उन्माद के खिलाफ सभी गांव-शहरों में अभियान चलाने का संकल्प लिया गया।
जन सम्मेलन की अध्यक्षता जनवादी महिला समिति की जिला अध्यक्ष पुष्पा किमोठी ने की.
जन सम्मेलन की शुरुआत भाकपा ( माले) के गढ़वाल कमेटी के सदस्य मदन मोहन चमोली ने दुष्यंत कुमार की गज़ल- हो गयी है पीर पर्वत पर सी पिघलनी चाहिए- प्रस्तुत की. जन सम्मेलन का संचालन माकपा के जिला सचिव भोपाल सिंह रावत ने किया.
जन सम्मेलन में मुख्य रूप से डी वाई एफ आई के जिला सचिव राजेंद्र नेगी, जनवादी महिला समिति की गीता बिष्ट, नंदन कठैत,कुशल बिष्ट, भरत चौकियाल, कमलेश गौड़, किशोरी लाल, कुशलानंद डिमरी, बस्ती लाल, मनजिंदर सिंह,धन सिंह बिष्ट, पंकज कुमार, भरत पंवार, सरस्वती, रचना, सरिता, दुर्गा देवी, लक्ष्मी देवी, मीना बिष्ट, भारती राणा, लता मिश्रा, सचिन मिश्रा, साक्षी मिश्रा, मनोहर सिंह, भरत सिंह, राजेंद्र सिंह बिष्ट, गोपाल, अंकित तिवारी, सूर्या आदि शामिल थे.