पहाड़ों पर रेल का सपना हो रहा साकार : ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना में ऐतिहासिक प्रगति-Newsnetra
Rishikesh-Karnprayag Rail Line Project : भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में रेलवे का सपना अब साकार होने की ओर बढ़ रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना, जो उत्तराखंड के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना मानी जा रही है, में एक और मील का पत्थर स्थापित हुआ है। इस परियोजना के अंतर्गत गौचर में एमटी-5 और एमटी-6 सुरंगों के बीच 2.7 किमी लंबी सुरंग पूरी हो चुकी है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में रेल सेवा को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।


सुरंग निर्माण: एक बड़ी उपलब्धि
गौचर में आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के पास स्थित भट्टनगर गांव की सीमा तक बनने वाली इस सुरंग को पूर्ण करने में तीन साल का समय लगा। यह सुरंग शहर के आवासीय क्षेत्र से होकर गुजरती है और इसका निर्माण बेहद चुनौतीपूर्ण था। सुरंग के आर-पार होते ही वहां काम कर रहे इंजीनियरों, वैज्ञानिकों और मजदूरों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी। उन्होंने इस खुशी के मौके को मिठाइयां बांटकर मनाया।
पहाड़ों के विकास में नई आशा
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बसे लोगों के लिए एक वरदान साबित होगी। इस रेल लाइन के शुरू होने से लोगों को ऋषिकेश और देहरादून जैसे मुख्य शहरों में आने-जाने में न केवल समय की बचत होगी, बल्कि ट्रांसपोर्टेशन लागत में भी कमी आएगी। इससे पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है।
परियोजना की प्रगति
125 किमी लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन में से 104 किमी हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरेगा, और शेष 21 किमी हिस्सा पुलों और रेलवे स्टेशनों से जुड़ेगा। अब तक इस परियोजना का 75% कार्य पूरा हो चुका है, और वर्ष 2025 तक सभी सुरंगों के निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य है। इस रेल लाइन पर कुल 16 मुख्य और 12 सहायक सुरंगें बनाई जा रही हैं, जिनमें से सात सहायक सुरंगें आपातकालीन निकासी के लिए तैयार की जा रही हैं।
तकनीकी और वैज्ञानिक सहयोग
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि में भूवैज्ञानिक व्यासदेव शर्मा, प्रोजेक्ट मैनेजर एचएन सिंह, आरबीएल मैनेजर उमेश डांगी, इंजीनियर दीपक कुमार, अवनीश कुमार, सुभाष ठाकुर, दीपक शर्मा, आनंदपाल सिंह, गंभीर सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। यह उनकी विशेषज्ञता और मेहनत का परिणाम है कि इतनी चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में सुरंग निर्माण सफलतापूर्वक पूरा हुआ।
पहाड़ों पर रेल का सपना हो रहा साकार
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन न केवल उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इस परियोजना के सफलतापूर्वक पूरा होने से पहाड़ी क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जो राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाएगा।