AI Fraud Alert : AI की मदद से लोगों को ठग रहे स्कैमर्स, इन 5 बातों का रखें ध्यान
इन दिनों साइबर फ्रॉड के ऐसे कई मामले सामने आए हैं, ज़िनमें AI का यूज हो रहा है. ऐसा ही एक फ्रॉड AI क्लोंड वॉइस कॉल का है, जिसमें स्कैमर्स आपके अपने बनकर ठगी कर रहे हैं. आप इस तरह के साइबर फ्रॉड से बच सकते हैं. इसमें आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
AI Fraud Alert : AI बनाता है डुप्लीकेट आवाज
एक रिपोर्ट के अनुसार एक ऐसा AI मॉडल बनकर तैयार हो चुका है जो आपके साथ बातचीत तक कर सकता है। यह आपकी आवाज को समझकर उसे भावनाओं के साथ आपकी आवाज में दोहरा सकता है। खास बात यह है कि केवल इंस्ट्रक्शन और महज 3 सेकंड की किसी व्यक्ति की ऑडियो क्लिप के माध्यम से AI किसी की आवाज की हूबहू नकल कर सकता है। AI से बनाई गई आवाज इतनी असली लगती हैं कि आप इसमें और नकली में फर्क भी नहीं कर पाएंगे।
AI Voice Call Scams : कैसे होता है वोइस कॉल से ठगी…?
सबसे पहले ठग आपकी आवाज के माध्यम से एक स्पीच तैयार करते हैं। इसके बाद आपके दोस्त या रिश्तेदार की आवाज में आपके पास कॉल किया जाता है। एक ऑनलाइन सिक्यूरिटी फर्म की रिपोर्ट भी यह दावा कर चुकी है कि करीब 70 फीसदी लोग असली और नकली आवाज के बीच में फर्क नहीं कर पाते और जल्दबाजी में पैसा दे देते हैं। ठग अपने इस कारनामे को अंजाम देने के लिए आपके किसी करीबी की किडनैपिंग, वॉलेट गुम हो जाने, फोन चोरी हो जाने आदि के बहाने बनाते हैं और लोगों से पैसे ठग लेते हैं। गौरतलब है कि आज के समय में किसी की आवाज चुराना कोई बड़ी बात नहीं है। आज के समय में AI हमारे फ़ोन के माइक्रोफोन के जरिए पूरी तरह से हमें ट्रेक कर रहा है।
AI Voice Call Scams : AI वॉइस कॉल स्कैम से कैसे बचें?
अभी के समय में कई लोग AI (Artificial Intelligence) का इस्तेमाल कर के दुसरों की आवाज को कॉपी कर लेते है. वहीं इस के बाद वो इन आवाजों के जरिए से लोगों को ठगने का काम करते है. आइए आपको बताते है कि हाल ही में हुए ठगी केस के बारे में और इससे बचाव के लिए क्या करें? दरअसल, बीते सप्ताह दिल्ली में एक साइबर फ्रॉड का मामला देखने को मिला. इस केस में विक्टिम को फेक आवाज निकालकर उसे ठगने का काम किया. स्कैमर्स ने विक्टिम को बताया कि तुम्हारे भाई के बेटे को कर लिया गया है और उससे 50 हजार रुपये मांगा. जिसमें स्कैमर्स कमयाब रहा और विक्टिम साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया।
AI Fraud Alert : खूब चर्चाओं में है ये टूल
ओपन एआई का चैट जीपीटी इस वक्त सुर्खियों में है. चैट जीपीटी मशीन लर्निंग पर बेस्ट एक एआई टूल है जिसमें पब्लिकली मौजूद सारा डाटा कंपनी ने फीड किया है. ये आपके किसी भी सवाल का जवाब आपको फौरन दे सकता है।
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AI Fraud Alert : किस-किस राज्य से स्कैम का मामला आया
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से भी एक मामला सामने आया है, इसमें विक्टिम के साथ 44,500 रुपये की ठगी की गई है. इसमें 25 साल के युवक को एक व्यक्ति का कॉल आया, जिसकी आवाज सुनने में उस 25 साल के युवक के रिश्तेदार जैसी थी. हालांकि इस के बाद उन्होंने कुछ रुपये की डिमांड की और UPI के जरिय पैसो को 45 हजार रुपये ट्रांसफर करने को कहा, जिसके बाद युवक उस के जाल में फंस जाता है और वो रुपये ट्रांसफर कर देता है. साइबर सिक्योरिटी फर्म मैकाफी का हाल ही में एक सर्वे किया था।
हमेशा 5 सावधानियां का ध्यान दें
AI वॉयस स्कैम के मामले में साइबर ठग मासूम लोगों को धोखा देने के लिए अपनी आवाज बदलते हैं, उनके किसी रिश्तेदार की तरह आवाज जेनरेट करते हैं। इसके बाद कई लोग धोखा खा जाते हैं। इस पर, मैं आज आपको कुछ खास सुरक्षा टिप्स के बारे में बताने जा रही हूँ, जिनसे आप अपने आपको ए.आई. वॉयस स्कैम से सुरक्षित रख सकते हैं।
रुपये भेजने से पहले क्रॉस चेक करें: ए.आई. वॉयस स्कैम (AI Voice Scam) में ठग अक्सर नंबर बदलकर कॉल करते हैं और रुपयों की मांग करते हैं। इससे किडनैपिंग से लेकर EMI भरने तक के झांसे का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए रुपये भेजने से पहले क्रॉस चेक करना महत्वपूर्ण है। किडनैपिंग के मामले में कॉल करें: अगर किडनैपिंग का आरोप लगाने वाला किसी को देखा जाता है, तो चिंता न करें, बल्कि ठीक तारीके से काम लें और उस व्यक्ति के नंबर पर कॉल करें। अगर उस नंबर से कोई जवाब मिलता है, तो सच्चाई सामने आ सकती है।
लंबे समय तक बात करने की कोशिश करें: साइबर ठग ए.आई. की मदद से डुप्लीकेट वॉयस उत्पन्न करते हैं, इसलिए ध्यान रखें कि आप कुछ देर तक बातचीत करने की कोशिश करें। यह आपको फर्जी और असली को पहचानने में मदद कर सकता है। मैकेनिज्म साउंड का ध्यान रखें: एक्सपर्ट्स का मानना है कि कई बार ए.आई. वॉयस चेंजर के प्रोसेस में मैकेनिज्म साउंड होता है।
इसलिए आपको इस मैकेनिज्म साउंड पर ध्यान देना चाहिए, ताकि आप फर्जी कॉल को पहचान सकें। पैनिक ना हों, थोड़ा सब्र करें: यदि किडनैपिंग या पैसे की मांग का डर दिखाया जाता है, तो पैनिक मत करें। सबसे पहले उस व्यक्ति की जानकारी को क्रॉस चेक करें और सच्चाई को जानने के लिए कुछ समय निकालें।
इस तरह, आप इन सुरक्षा उपायों का पालन करके खुद को ऐसे साइबर फ्रॉड से बचा सकते हैं और कभी भी किसी अनजान व्यक्ति के कॉल पर यकीन न करें।
Report by – sandhya kumari