उत्तराखंड एसटीएफ की बड़ी कामयाबी: नेपाल बॉर्डर से 11 साल से फरार ड्रग तस्कर गिरफ्तार-Newsnetra
उत्तराखंड एसटीएफ ने ड्रग तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नेपाल बॉर्डर से एक ऐसे तस्कर को गिरफ्तार किया है, जो पिछले 11 वर्षों से फरार था। यह तस्कर नेपाल से उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में चरस सप्लाई करता था। एसटीएफ की इस सफलता को राज्य में ड्रग माफिया पर लगाम कसने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।


11 साल से था फरार
गिरफ्तार तस्कर लंबे समय से पुलिस की रडार पर था, लेकिन हर बार वह नेपाल भागकर बच निकलता था। पिछले कुछ समय से एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि तस्कर फिर से सीमा पार से नशीले पदार्थों की तस्करी में सक्रिय है। इसके आधार पर टीम ने एक रणनीति बनाकर बॉर्डर पर कार्रवाई की और उसे पकड़ने में सफलता हासिल की।
नेपाल से लेकर दिल्ली तक फैला था नेटवर्क
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि तस्कर का नेटवर्क नेपाल से शुरू होकर उत्तराखंड, यूपी और दिल्ली तक फैला हुआ था। वह चरस को छोटी-छोटी खेपों में बॉर्डर पार कराकर स्थानीय सप्लायर्स के माध्यम से विभिन्न राज्यों में पहुंचाता था। एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार, उसकी गिरफ्तारी से ड्रग तस्करी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।
पूछताछ में कई अहम जानकारियां
गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं। एसटीएफ को उम्मीद है कि इन जानकारियों के आधार पर जल्द ही नेटवर्क से जुड़े अन्य तस्करों को भी पकड़ा जाएगा। टीम ने कई ठिकानों पर छापेमारी की योजना बनाई है।
ड्रग माफिया पर एसटीएफ की सख्ती
उत्तराखंड में ड्रग तस्करी के बढ़ते मामलों के बीच एसटीएफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इस गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि राज्य में ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। राज्य सरकार भी नशीले पदार्थों की रोकथाम के लिए एसटीएफ और स्थानीय पुलिस को हर संभव सहयोग दे रही है।
निष्कर्ष
एसटीएफ की यह कार्रवाई उत्तराखंड में ड्रग माफिया पर एक बड़ा प्रहार है। इससे न केवल तस्करी के नेटवर्क को नुकसान पहुंचेगा, बल्कि युवाओं को नशे की चपेट में आने से भी बचाया जा सकेगा। उम्मीद है कि आगे भी ऐसी कार्रवाइयों से राज्य में ड्रग तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण होगा।