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शहीद स्मारक देहरादून में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सयुंक्त मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों को राजकीय सेवाओं में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण बहाल करने व चिन्हीकरण की प्रक्रिया पूर्ण करने की माँग को लेकर आंदोलन चौथे दिवस भी जारी रहा।
आंदोलन को समर्थन देने के लिए आज राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल के नेतृत्व में तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंचे। इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने क्षैतिज आरक्षण बहाल करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की और देर तक धरने पर डटे रहे।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि आंदोलनकारियों की आवाज पर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी रात के बारह बजे भी खड़ी मिलेगी। उनके हर संघर्ष में हम साथ हैं। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र पंत और सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बीपी नौटियाल ने भी हर संभव समर्थन का आश्वासन दिया।
आज आंदोलन को समर्थन देने हेतु पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हीरा सिंह बिष्ट पहुँचे। हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री को विज्ञापनबाजी नहीं बल्कि गम्भीरता से काम करना चाहिए और तत्काल सदन का विशेष सत्र आहूत करना चाहियें और राज्य आंदोलनकारियों का क्षैतिज आरक्षण बहाल करना चाहिए।
सँयुक्त मंच के संयोजक क्रांति कुकरेती ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि उत्तराखंड की एक बेटी ने सरकारी झूठ से त्रस्त होकर 1 जनवरी को अपना जीवन समाप्त करने की चेतावनी दी है, इसलिए प्रदेश भर के आंदोलनकारियों से आग्रह है कि 31 दिसम्बर (रविवाऱ) को अपने जिला अथवा तहसील मुख्यालय में इकत्रित हो कर शंखनाद् ,घण्टे घड़ियाल बजाकर इस अन्धी-बहरी सरकार को जगाने के लिए एकजुट हो जाये।
धरने में बैठने वालों में राम किशन, सुनीता ठाकुर, अंबुज शर्मा , विनोद असवाल, सूर्यकांत शर्मा, बाल गोविंद डोभाल, हरदेव रावत, मुन्नी खंडूरी, प्रभात डंडरियाल,रेखा शर्मा, अभिषेक बिष्ट, राजेन्द्र पन्त, संजय डोभाल, सुरेश कुमार,सुलोचना इष्टवाल, गोविंद अधिकारी, वी पी नौटियाल, रामचन्द्र नौटियाल, कल्पेश्वरी, पुष्पा बहुगुणा, सुरेश नेगी, प्रमिला रावत आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।.